ममता की छांव तले बेसुध पड़ा था कलेजे का टुकड़ा

भागलपुर : चार साल का आयुष अपनी मां रानी देवी की गोद में बुरी तरह जलकर बेसुध पड़ा था. चेहरे इस कदर जला था कि आधे चेहरे का चमड़ा साफ हो चुका था और आधा काला. उसकी मां की चीत्कार सुन वहां मौजूद हर शख्स गमगीन हो रहा था. रानी देवी लगातार अपने बेटे आयुष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2016 6:47 AM

भागलपुर : चार साल का आयुष अपनी मां रानी देवी की गोद में बुरी तरह जलकर बेसुध पड़ा था. चेहरे इस कदर जला था कि आधे चेहरे का चमड़ा साफ हो चुका था और आधा काला. उसकी मां की चीत्कार सुन वहां मौजूद हर शख्स गमगीन हो रहा था. रानी देवी लगातार अपने बेटे आयुष के चेहरे को देख रोये जा रही थी. इस समय पूरा माहौल दर्द, क्रंदन और चीत्कार से गूंज रहा था.

खुद को संभाल रही थी श्वेता : गैलरी में बिछाये गये बेड पर बुरी तरह से झुलसी 14 वर्षीय श्वेता कुमारी को संभालने के लिए कोई नहीं दिख रहा था. वह खुद की कभी स्लाइन को संभालती तो कभी खुद को. कारण कि इस अगलगी में उसके घर के कुछ और सदस्य भी झुलसे हुए थे.

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