सर, आपसे हैं शहर को कई उम्मीदें
मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर शहरवासियों को है बड़ी आस जलापूर्ति व्यवस्था लचर, पेयजल की कमी वाटर वर्क्स की स्थिति खराब,शहर में हर दिन लीक हो रहा पाइप जलापूर्ति व्यवस्था को लेकर निगम के पार्षद और एजेंसी के बीच चल रहा वाक युद्ध शहर के कई चापाकल खराब, चार तीन जल मीनार से नहीं निकल […]
मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर शहरवासियों को है बड़ी आस
जलापूर्ति व्यवस्था लचर, पेयजल की कमी
वाटर वर्क्स की स्थिति खराब,शहर में हर दिन लीक हो रहा पाइप
जलापूर्ति व्यवस्था को लेकर निगम के पार्षद और एजेंसी के बीच चल रहा वाक युद्ध
शहर के कई चापाकल खराब, चार तीन जल मीनार से नहीं निकल रहा पानी
शहर की खराब जलापूर्ति व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे पार्षदगण देंगे ज्ञापन
भागलपुर : मं गलवार को सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आ रहे हैं. शहरवासियों को आस है कि वि पिछले कुछ दिनों से शहर में हो रहे जलसंकट के समाधान के लिए कुछ ठोस निर्देश देंगे. शहर की जलापूर्ति की जो स्थिति बन रही है उससे ऐसा लगा रहा है कि आने वाले दिनों में शहर पानी के हाहाकार मच जायेगा. जलापूर्ति व्यवस्था को सही करने के लिए ना तो निगम ना ही एजेंसी के द्वारा ही ठोस पहल की जा रही है. शहर में जलापूर्ति भगवान भरोसे है.
शहर में अंगरेज के समय बिछाये गये पाइप लाइन में हर दिन लिकेज हो रहा और हर दिन पैन इंडिया के द्वारा पाइप लाइन को दुरुस्त कर रही है, लेकिन लिकेज सही नहीं हो पा रहा है. मुख्यमंत्री के आगमन पर निगम के पार्षदगण डिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर और पार्षद एकता मंच के संयोजक संजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिलकर ज्ञापन सौपेंगे. तीन जल मीनार भी खराब. शहर में जल पर्षद द्वारा लाखों रुपये से निर्मित सिकंदरपुर,
गोशाला और सीटीएस मैदान में बनी जलमीनार बेकार पड़ी हैं. अगर इस जल मीनार को चालू कर दिया जाये, तो हजारों घरों को पानी मिल जायेगा. इतना ही नहीं शहर में हर दिन हजारों लीटर पानी टूटे जनता नल की टोटी से नाला में बह रहा है. वाटर वर्क्स के सूख रहे पोखर. जलापूर्ति की यह स्थिति है कि शहर को हर दिन 38 लाख गैलन पानी की सप्लाइ करने वाले वाटर वर्क्स की स्थिति चरमरा गयी है. गंगा के जल स्तर के घटने के कारण दोनों इंटक वेल को सही रूप से पानी नहीं मिल पा रहा है. दोनों इंटक वेल में से ड्राय इंटक वेल के तीन मोटर में दो बंद है. वाटर वर्क्स के चार पोखर में पानी घट रहा है.