भागलपुर: इस बार अक्षय तृतीया पर अद्भुत योग बन रहा है. लगभग सौ साल बाद अक्षय तृतीया पर बुध की छाया पड़ेगी. नौ मई को बुध ग्रहण होगा. ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक ऐसा योग सौ-डेढ़ सौ साल में एक बार बनता है. नौ मई के पृथ्वी और सूर्य के बीच में बुध के आने से बुध की छाया सूर्य पर पड़ेगी. इसे बुध का पारगमन कहते हैं.
ज्योतिषाचार्य डॉ सदानंद झा बताते हैं कि पारगमन शाम 4:42 बजे शुरू होगा और रात 12:11 बजे तक रहेगा. विशेषज्ञों के मुताबिक बुध का यह पारगमन देश के हित में है. शेयर बाजार में बदलाव आयेगा. भारत का औद्योगिक उत्पादन बढ़ेगा. रुपया मजबूत होगा, लेकिन डॉलर, पौंड ओर यूरो के भाव गिरेंगे. इससे पहले नौ मई 1970 में बुध का पारगमन हुआ था. तब वियतनाम का युद्ध हुआ था, लेकिन अक्षय तृतीया पर बुध का परागमन 100 सालों बाद हुआ है. डॉ झा ने बताया कि नौ मई को ही शाम 5:45 बजे पर गुरु अपने मार्ग से थोड़ा अलग हो जायेगा.
शुक्र अस्त से रुकेंगे मांगलिक कार्य : डॉ झा ने बताया कि इस वर्ष का राजा शुक्र है और वह तीन मई को रात 10:10 बजे अस्त होगा. दो माह सात दिन बाद 10 जुलाई को शुक्र का उदय होगा. इस बीच विवाह संबंधी कार्य नहीं होंगे. यही कारण है कि इस बार अक्षय तृतीया पर विवाह का योग नहीं बन रहा है. हालांकि नौ मई को आखातीज, 21 मई को पीपल पूनम, 15 मई को जानकी नवमी,16 मई को गंगादशमी है. इसमें शुभ कार्य किये जा सकेंगे.