तीन हत्या का वांछित रोहित साह व पप्पू सोनार गिरफ्तार

अपराधियों के पास से पुलिस ने दो देसी पिस्तौल व चार जिंदा कारतूस जब्त किया रोहित व पप्पू सोनार पर कई थानों में दर्जनों संगीन मामले है दर्ज हत्या के पीछे गैंगवार की आशंका पूछताछ में अपराधियों ने बताया, गिरफ्तार नहीं होने पर कपिल यादव की हत्या करने की थी तैयारी रोहित साह पर छह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 3, 2016 5:07 AM

अपराधियों के पास से पुलिस ने दो देसी पिस्तौल व चार जिंदा कारतूस जब्त किया

रोहित व पप्पू सोनार पर कई थानों में दर्जनों संगीन मामले है दर्ज
हत्या के पीछे गैंगवार की आशंका
पूछताछ में अपराधियों ने बताया, गिरफ्तार नहीं होने पर कपिल यादव की हत्या करने की थी तैयारी
रोहित साह पर छह माह में व पप्पू सोनार पर 17 मामले अलग-अलग थानों मेें दर्ज है.
भागलपुर : सबौर थाना क्षेत्र के सिनेमा हॉल के पास 17 अप्रैल को युवक संतोष कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. बरारी थाना के सुरखीकल में 18 फरवरी को संजीव साह की हत्या उसके घर के पास हुई थी. 20 मार्च को प्राइवेट बस स्टैंड के पास पंकज यादव की हत्या की गयी थी. तीनों हत्या मामले में पुलिस की विशेष टीम ने कुख्यात रोहित कुमार साह व पप्पू साह उर्फ पप्पू सोनार को पुलिस ने धर-दबोचा है. हालांकि सूचना है कि दोनों की गिरफ्तारी जिला से बाहर की गयी है. पुलिस ने दोनों के पास से दो देसी पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस, खोखा, मोबाइल,
सिम व बाइक जब्त किया है. पूछताछ में पुलिस को दोनों अभियुक्त ने बताया कि कपिल यादव गिरोह के लोग उनलोगों पर नजर रख रहे थे. अगर वे लोग उनलोगों की हत्या नहीं करते, तो उनकी हत्या हो जाती. इसलिए उनलोगों की हत्या करना पड़ी. पुलिस को पूछताछ में कई अहम सुराग भी हाथ लगे हैं. इस दिशा में कार्रवाई चल रही है.
प्रेसवार्ता के दौरान एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि रोहित साह व पप्पू सोनार का आपराधिक इतिहास रहा है. लूटपाट, हत्या, फिरौती, अपहरण आदि संगीन अपराध से जुड़ा है. जिस तरह से हत्या की गयी है, यह गैंगवार का नतीजा है. सबौर में जिस युवक की हत्या की गयी थी, वह भी आपराधिक चरित्र का था. एसएसपी ने बताया कि पकड़ाया अपराधी के ऊपर स्पेशल स्पीडी ट्रॉयल चला कर सजा दिलायी जायेगी. कोर्ट से अनुरोध किया जायेगा कि जमानत नहीं दें.
एसएसपी ने 11 हजार देकर सम्मानित किया
अलग-अलग मामलों में तीन अपराधियों की हुई गिरफ्तारी पुलिस बड़ी कामयाबी मान रही है. गिरफ्तारी नहीं होने पर और भी हत्या की जा सकती थी. इससे पहले पुलिस टीम ने उन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. इसे लेकर एसएसपी मनोज कुमार ने विधि व्यवस्था डीएसपी राजेश कुमार सिंह प्रभाकर व शहियार अख्तर के नेतृत्व में एक टास्क फोर्स टीम गठित किया था. इसमें मोजाहिदपुर, सबौर, तिलकामांझी, गोराडीह, जीरोमाइल थानाध्यक्ष को शामिल किया गया था.
पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराधियों को पकड़ा गया था. इसे लेकर एसएसपी ने टास्क फोर्स टीम को 11 हजार रुपये का पुरस्कार दिया.

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