नदी सूचना तंत्र दिखायेगा जहाजों को राह
भागलपुर : गंगा रूट (नेशनल वाटरवेज-1) पर हलदिया (पश्चिम बंगाल) से इलाहाबाद जा रहे व्यापारिक जहाजों के लिए नदी सूचना तंत्र का केंद्र मददगार साबित होगा. गंगा रूट पर कटिहार के मनिहारी के बाद दूसरा सूचना तंत्र का केंद्र मायागंज स्थित प्राधिकरण के दफ्तर में स्थापित हो रहा है. गुजर रहे जहाज के चालक को […]
भागलपुर : गंगा रूट (नेशनल वाटरवेज-1) पर हलदिया (पश्चिम बंगाल) से इलाहाबाद जा रहे व्यापारिक जहाजों के लिए नदी सूचना तंत्र का केंद्र मददगार साबित होगा. गंगा रूट पर कटिहार के मनिहारी के बाद दूसरा सूचना तंत्र का केंद्र मायागंज स्थित प्राधिकरण के दफ्तर में स्थापित हो रहा है. गुजर रहे जहाज के चालक को केेंद्र नदी की गहराई और रूट की जानकारी देगा. एक तरह से एयर ट्रैफिक कंट्रोल की तर्ज पर केंद्र काम करेगा,
जो सेटेलाइट की मदद से संचालित होगा. नयी तकनीक से गंगा नदी पर चलने वाले जहाजों के बीच टकराव की घटना नहीं होगी. बहुत ही उच्च क्षमता वाले कम्यूनिकेशन नेटवर्क सेट अपने नजदीक के केंद्र से लगातार समन्वय स्थापित करेंगे. याद रहे कि पिछले दिनों इनलैंड वाटरवेज आॅथोरिटी ऑफ इंडिया (आइडब्लूएआइ) ने गंगा रूट के हलदिया और फरक्का के 500 किलोमीटर के दायरे में नदी सूचना तंत्र के नाम से केंद्र बनाये थे.
इस केंद्र की स्थापना के साथ ही रूट पर चलने वाले जहाज में भी मशीनें लगायी गयीं, जिससे केंद्र का संपर्क जहाज से बना रहे. नदी सूचना केंद्र की तकनीक का इस्तेमाल यूरोप, अमेरिका, चीन और दक्षिण अमेरिका में किया जा रहा है.