इशाकचक मसिजद : जुमे की नमाज के बाद हंगामा
भागलपुर : एक पक्ष के लोग दूसरे पक्ष के लोगों से मोहल्ले का सदर सेक्रेटरी का पद छोड़ने और जुमे का फंड वापस करने की बात कह रहे थे, तो वहीं दूसरे पक्ष के लोग समय पूर्व पद से हटाने का विरोध कर रहे थे एवं फंड वापस नहीं करने की बात कह रहे थे. […]
भागलपुर : एक पक्ष के लोग दूसरे पक्ष के लोगों से मोहल्ले का सदर सेक्रेटरी का पद छोड़ने और जुमे का फंड वापस करने की बात कह रहे थे, तो वहीं दूसरे पक्ष के लोग समय पूर्व पद से हटाने का विरोध कर रहे थे एवं फंड वापस नहीं करने की बात कह रहे थे. हो हंगामा की सूचना पर ईशाकचक थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों के लोगों को समझा बुझा कर शांत किया. उन्होंने बताया कि किसी भी पक्ष की ओर से आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलने पर कानून सम्मत कार्रवाई की जायेगी.
क्या था विवाद : नवंबर 2015 में मोहल्लेवालों ने सजीम उर्फ सचिन को एक साल के लिए सेक्रेटरी चुना था. चार अप्रैल 2016 को पुराने सेक्रेटरी वार्ड 47 पार्षद नसीम उद्दीन ने अपने लोगों के समर्थन से नये वाले सेक्रेटरी को हटा दिया.
इससे दोनों के बीच मतभेद बढ़ गया. मसजिद में हर जुमा को लोग अपनी मरजी से कुछ पैसे मसजिद के विकास के लिए जमा करते हैं. आज शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद पुराने सेक्रेटरी नसीम उद्दीन ने अपने समर्थकों के साथ नये सेक्रेटरी सजीम को जुमे का फंड लेने से मना कर दिया. इस कारण नयी व पुरानी कमेटी के लोगों की आपस में विवाद हो गया. पहले दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई. इसके बाद हाथापाई व मारपीट होने की नौबत आ गयी. इसी बीच किसी ने पुलिस को मामले की सूचना दे दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामला शांत कराया.
समय पूर्व पद से हटाने का कोई औचित्य नहीं
दूसरे पक्ष यानी नये सेक्रेटरी पक्ष के लोग एक साल के समय पूरा होने के पहले पद से हटाने का विरोध कर रहे थे. नये सेक्रेटरी सजीम का कहना था कि उन्हें डेढ़ सौ लोगों ने चुना है. पुराने सेक्रेटरी दबाव बना कर पद से हटाना चाहते हैं. जब तक मोहल्ले के डेढ़ सौ लोग मीटिंग में नहीं रहेंगे और उन्हें पद से हटने के लिए नहीं कहेंगे, तब तक वे पद सेे नहीं हटेंगे. उन्होंने बताया कि बोरिंग का मामला जान बूझ कर बनाया जा रहा है.