शहर के आधे से अधिक बड़े नालोंं की नहीं हुई सफाई
हर बारिश के पहले नाला की सफाई पर 25 लाख से भी अधिक का खर्च
इशाकचक रेल पुल के नीचे बिना बारिश के जमा नाला का पानी
भागलपुर : मानसून आने के पहले हर साल निगम शहर के बड़े-छोटे नालों की सफाई पर 25 लाख रुपये खर्च करता है, इसके बावजूद बारिश होने पर नाला का पानी और कूड़ा सड़क पर बहता है. तीन दिन पहले प्री-मानसून की पहली बारिश ने ही नगर निगम की पोल खोल कर रख दी है.
इसके बाद भी न ताे निगम के अधिकारी सक्रिय हुए हैं, न ही निजी सफाई एजेंसी. लगभग डेढ़ साल से शहर के 36 वार्डों की सफाई का जिम्मा दो निजी सफाई एजेंसी पंच और शिवम सर्वागीण एजेंसी के पास है. पिछले साल एजेंसी ने एक से 36 वार्ड के बड़े और छोटे नालों की सफाई पर 20 लाख से अधिक राशि खर्च की थी, लेकिन स्थिति नहीं बदली थी.
बारिश के पहले शहर के नालों की सफाई होनी है. हर साल बारिश के पहले नाला की सफाई को लेकर लगभग 10 लाख की राशि खर्च होती है. इस साल भी इतनी राशि से नाला की सफाई होनी है. बारिश के पहले नाला की सफाई हो रही है. 37 से 51 वार्ड की निगम द्वारा नाला की सफाई हो रही है.
महेश प्रसाद साह, स्वच्छता निरीक्षक नगर निगम
नाला के गाद से भी लोग परेशान, बारिश में फिर गाद नाला में जायेगा
शहर के नाला से निकाले गये गाद से भी आम जन परेशान हो गये हैं. भोलानाथ पुल से इशाकचक विषहरी स्थान मार्ग तक नाला का गाद निकाल का बाहर रख दिया गया है. इससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भोलानाथ पुल से विषहरी स्थान तक नाला से निकाला गया गाद सड़क पर पसरा है. यही स्थिति अन्य सड़कों की भी है. अगर बारिश हो गयी, तो यही गाद फिर नाला में चला जायेगा.