जमादारों की खुली पोल,कैसे हो क्राइम कंट्रोल

भागलपुर: नवगछिया पुलिस जिले में नौसिखुए जमादारों (एएसआइ) को विशेष प्रतिवेदन कांडों (एसआर केस) की जांच का जिम्मा दिया गया है. इस कारण हत्या, डकैती, लूट जैसे सं™ोय कांडों के अनुसंधान में पुलिस विफल साबित हो रही है. अलबत्ता लंबित कांडों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिले में कुल 456 कांड लंबित पड़े हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2014 9:38 AM

भागलपुर: नवगछिया पुलिस जिले में नौसिखुए जमादारों (एएसआइ) को विशेष प्रतिवेदन कांडों (एसआर केस) की जांच का जिम्मा दिया गया है. इस कारण हत्या, डकैती, लूट जैसे सं™ोय कांडों के अनुसंधान में पुलिस विफल साबित हो रही है.

अलबत्ता लंबित कांडों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिले में कुल 456 कांड लंबित पड़े हैं. सिपाही संवर्ग के पीटीसी पास जमादारों को अनुसंधान की जानकारी में कमी है. इससे केसों का निष्पादन नहीं हो रहा है. नवगछिया एसपी द्वारा तैयार वार्षिक प्रशासनिक प्रतिवेदन में इसका खुलासा हुआ है.

रिपोर्ट के मुताबिक, इस पुलिस जिले में एसआर केसों की संख्या 306 से घट कर 300 हुई है. यहां दारागो संवर्ग के पदाधिकारियों की कमी रही है. अनुपातन 75 प्रतिशत दारोगा की यहां कमी है. ऐसे में एसआर केसों का अनुसंधान जमादार को सौंपा गया है. दूसरी ओर ये नौसिखुए जमादार अभी क्राइम कंट्रोल में भी दक्ष नहीं हो पाये हैं.

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