अंगिका की पढ़ाई होगी नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी में

भागलपुर: देश के किसी भी कोने में रहकर अंगिका भाषा की पढ़ाई करना चाहते हैं, वह शीघ्र ही पूरा होने वाला है. नालंदा खुला विश्वविद्यालय ने अंगिका भाषा की पढ़ाई के लिए दिलचस्पी दिखायी है. इसी क्रम में बिहार अंगिका अकादमी के अध्यक्ष प्रो लखनलाल सिंह आरोही से नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रासबिहारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 28, 2016 9:14 AM
भागलपुर: देश के किसी भी कोने में रहकर अंगिका भाषा की पढ़ाई करना चाहते हैं, वह शीघ्र ही पूरा होने वाला है. नालंदा खुला विश्वविद्यालय ने अंगिका भाषा की पढ़ाई के लिए दिलचस्पी दिखायी है. इसी क्रम में बिहार अंगिका अकादमी के अध्यक्ष प्रो लखनलाल सिंह आरोही से नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रासबिहारी सिंह ने प्रस्ताव मांगा है. इससे पहले से तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में अंगिका के लिए स्नातकोत्तर विभाग खुल चुके हैं.
कुलपति रामाश्रय यादव के कार्यकाल में शुरू हुई थी पढ़ाई : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में कुलपति रामाश्रय यादव के कार्यकाल में अंगिका विभाग खोला गया था और अब नालंदा खुला विश्वविद्यालय में अंगिका की पढ़ाई की संभावना बन रही है. ऐसे में नालंदा खुला विश्वविद्यालय दूसरा विश्वविद्यालय होगा, जहां पर अंगिका की पढ़ाई होगी. हालांकि तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में अब भी स्नातक की पढ़ाई नहीं हो रही है.
अंगिका अकादमी ने की पहल : बिहार अंगिका अकादमी के अध्यक्ष प्रो लखनलाल सिंह आरोही के अनुरोध पर नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रासबिहारी सिंह ने अंगिका की पढ़ाई की दिलचस्पी दिखाई. इसे लेकर प्रो आरोही से लिखित प्रस्ताव मांगा है, ताकि एकेडमिक काउंसिल में इसे रख सकें. इधर प्रो आरोही ने कहा कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय की परीक्षा में अंग क्षेत्र के हजारों विद्यार्थी शामिल होते हैं. इसी विश्वविद्यालय में मगही, मैथिली, भोजपुरी आंचलिक व क्षेत्रीय भाषाओं को जगह पहले से दी गयी है. ऐसे में अंगिका को भी इसी तरह स्थान मिले. इस पर प्रो रासबिहारी सिंह ने इस अनुरोध को स्वीकार किया और इससे संबंधित प्रस्ताव मांगा, ताकि इस पर अमलीजामा पहनाया जा सके.
अंगिका भाषा की पढ़ाई पर भी अगले सत्र 2017-18 से विचार किया जा सकता है. अंगिका अकादमी के अध्यक्ष के अनुरोध पर विचार किया जा रहा है. उनसे लिखित प्रस्ताव मांगा गया है.
प्रो रासबिहारी सिंह, कुलपति, नालंदा खुला विश्वविद्यालय

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