भागलपुर : भागलपुर के मासूम नशे की गिरफ्त में है. विशेषकर निम्न मध्यवर्गीय एवं निम्नवर्गीय परिवारों में पलने वाले बच्चे. नशा मुक्ति केंद्र पर आ रहे मरीजों में बच्चे भी शामिल हैं. ऐसे की एक बालक का इलाज मायागंज हॉस्पिटल स्थित नशा मुक्ति केंद्र पर किया गया. मायागंज क्षेत्र निवासी 12 वर्षीय एक बालक को नशे की लत करीब आठ साल की उम्र में लगी. इस बालक की मानें तो वह शहर में आटो भी चलाता था,
और इसी दौरान उसने पहले गुटखा-सिगरेट फिर शराब का सेवन शुरू किया. यह शौक जल्द ही आदत में बदल गयी. सूबे में शराब बंदी हुई तो इसकी परेशानी बढ़ गयी. मजबूरन उसने सल्यूशन समेत नशे के अन्य साधनों का इस्तेमाल करना शुरू किया. उसकी इस आदत से परेशान बालक की मां उसे लेकर 25 मई को जेएलएनएमसीएच स्थित नशा मुक्ति केंद्र ले आयी. जहां केंद्र के प्रभारी डॉ अशोक कुमार भगत ने उसे भरती कर उसका इलाज शुरू किया. काउंसेलिंग, दवा के जरिये यह चंगा हो गया तो सोमवार को इसे डिस्चार्ज कर दिया गया. इलाज करने वालों में डॉ भगत के साथ-साथ असिस्टेंट प्रोफेसर (डॉ) गौरव, जूनियर रेजीडेंट डॉ सत्यदर्शी रहे.