निगरानी की धमक,बीयएू में छायी चुप्पी

भागलपुर : बिहार कृषि विश्वविद्यालय में निगरानी की धमक पड़ते ही प्रशासनिक स्तर पर चुप्पी छा गयी है. कारण पिछले दिनों यहां के कुछ चर्चित घोटाले की जांच की आंच कई बड़ी हस्तियों तक गयी थी. पूर्व वीसी के कार्यकाल मेंं हुई नियुक्तियों पर भी सवाल उठाये गये थे. विश्वविद्यालय सूत्रों की मानें तो मंगलवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2016 5:59 AM

भागलपुर : बिहार कृषि विश्वविद्यालय में निगरानी की धमक पड़ते ही प्रशासनिक स्तर पर चुप्पी छा गयी है. कारण पिछले दिनों यहां के कुछ चर्चित घोटाले की जांच की आंच कई बड़ी हस्तियों तक गयी थी. पूर्व वीसी के कार्यकाल मेंं हुई नियुक्तियों पर भी सवाल उठाये गये थे. विश्वविद्यालय सूत्रों की मानें तो मंगलवार की शाम लगभग चार बजे निगरानी की गाड़ी विश्वविद्यालय के गेट के पास लगी थी. इसके बाद निगरानी की गाड़ी उद्यान विभाग की ओर चली गयी.

उसके आगे डीडब्ल्यूपी की भी गाड़ी चल रही थी. हालांकि विश्वविद्यालय के बड़े अधिकारी निगरानी टीम के आने से इंकार करते नजर आये. शाम साढ़े छह बजे विश्वविद्यालय के हरेक विभाग में ताला लटका था. बताया गया कुलपति बाहर हैं. रजिस्ट्रार भी बाहर है. वे कल विश्वविद्यालय पहुंचेंगे.

पता चला कि डायरेक्टर रिसर्च डॉ जेबी तोमर ही ऐसे में बड़े अधिकारी विश्वविद्यालय में मौजूद है, जो आपसे मिल सकते हैं. तकरीबन सभी लोग चले गये हैं. निदेशक रिसर्च ने बताया कि उन्हें किसी के आने की जानकारी नहीं है. आप डारेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन से इस मामले में पूछ सकते हैं.

गार्ड ने बताया गाड़ी लगी थी. विश्वविद्यालय गेट के गार्ड से पूछने पर बताया कि लगभग चार बजे निगरानी की गाड़ी लगी थी. इसके बाद बीडब्ल्यूपी की गाड़ी के पीछे निगरानी की गाड़ी उद्यान विभाग की ओर चली गयी. उसके बाद कहां गयी पता नहीं.
अफवाह सच या झूठ
बीएयू सूत्रों की माने तो निगरानी की टीम कुलपति डॉ मेवालााल चौधरी के कार्यकाल में हुई नियुक्ति की जांच कर रही है. इस जांच की आंच कई अन्य अधिकारियों पर भी आ सकती है. बता दें इसके पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने भी विश्वविद्यालय में वित्तीय व अन्य घोटाले की बात कही थी. उन्होंने इसकी जांच कराने की बात कही थी.

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