राज्य सरकार जमीन दे, हम बनायेंगे विक्रमशिला विवि
टाउन हॉल में विकास पर्व समारोह में बोलीं केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी भागलपुर : केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि जब भागलपुर में विक्रमशिला विश्वविद्यालय बनाने की बात उठी, तो केंद्र सरकार ने इसे बनाने की घोषणा कर दी. 500 करोड़ रुपये देने की भी घोषणा नरेंद्र […]
टाउन हॉल में विकास पर्व समारोह में बोलीं केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी
भागलपुर : केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि जब भागलपुर में विक्रमशिला विश्वविद्यालय बनाने की बात उठी, तो केंद्र सरकार ने इसे बनाने की घोषणा कर दी. 500 करोड़ रुपये देने की भी घोषणा नरेंद्र मोदी की सरकार ने की. लेकिन दुख है कि राज्य सरकार ने अभी तक जमीन नहीं दी. हम तो विवि बनाने को तैयार बैठे हैं. राज्य सरकार आज भी जमीन दे दे, तो मोतिहारी में भी महात्मा गांधी के नाम से
राज्य सरकार जमीन…
केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण तीन वर्षों में पूरा कर देंगे. वह भाजपा द्वारा टाउन हॉल में मंगलवार को आयोजित विकास पर्व समारोह को संबोधित कर रहीं थीं. श्रीमती ईरानी ने आनंदराम ढांढनियां सरस्वती विद्या मंदिर में भवन का उद्घाटन किया. टाउन हॉल में आयोजित समारोह में ही श्रीमती ईरानी को दिल्ली से कॉल आया कि बुधवार को केबिनेट की बैठक में भाग लेना है. समारोह समापन के बाद शाम को वह पटना के लिए निकल गयीं.
गरीबी हटाओ को नारा दिया, गरीब ही बढ़ गये
टाउन हॉल में उन्होंने कहा कि जनधन योजना के तहत जीरो बैलेंस पर 21 करोड़ गरीब जनता ने एकाउंट खुलवाये और उसमें 36 हजार करोड़ से भी अधिक रुपये जमा किये. यह इसलिए संभव हो सका कि इस योजना का प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने एलान किया था. बाकी पार्टियों के नेता घोषणा करते, तो लोग जुटते क्या. जहां चारा घोटाले के साथ फाइल भी गायब हो जाये, वहां जनता विश्वास नहीं करती. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था और गरीब बढ़ गये. दूसरी ओर नरेंद्र मोदी की सरकार ने गरीबों के लिए सुरक्षा बीमा योजना शुरू की.
जो काम दिल्ली में नहीं कर सके, वह यहां कर रहे हैं
उन्होंने एनएसयूआइ के लड़कों द्वारा उनकी गाड़ी के पास धक्का-मुक्की करने के बाबत कहा कि दिल्ली से फोन आया होगा और जो काम दिल्ली में नहीं कर सके वह भागलपुर में कर रहे हैं. बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में बदहाली पर कहा कि यहां अभी भी शिक्षकों के दो लाख पद खाली पड़े हैं. 50 फीसदी स्कूलों में विषय के शिक्षक नहीं हैं. एलीमेंट्री में 76031 शिक्षक योग्य नहीं हैं. शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेजों में शिक्षकों के 60 फीसदी पद रिक्त हैं. विकास पर्व के रूप में तभी मनाया जायेगा, जब केंद्र व प्रदेश की सरकार मिल कर जनता को सारा अधिकार दे.
काला झंडा उन्हें दिखाओ, जिसने बिहार को बदनाम किया
पार्टी प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने एनएसयूआइ के लड़कों द्वारा काला झंडा दिखाये जाने पर कहा कि काला झंडा उन्हें दिखाओ, जिसने बिहार को बदनाम किया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि नीतीश सरकार को केंद्र द्वारा किये जा रहे विकास नहीं दिख रहे. इस सरकार को दिनौंधी हो गयी है, जिसे आनेवाले समय में जनता ठीक कर देगी. बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि कांग्रेस अपनी अम्मा से पूछे कि भ्रष्टाचार किसने बढ़ाया. जिलाध्यक्ष अभय वर्मन ने अध्यक्षीय संबोधन दिया.
कार्यक्रम का कवरेज कर रहे एक टीवी चैनल के कैमरामैन विजय के सिर पर किसी ने मोबाइल से मार दिया, जिससे उनका सिर फट गया. इसके कारण दीप प्रज्वलन के बाद करीब 10 मिनट तक कार्यक्रम शुरू नहीं हो सका. अफरा-तफरी मच गयी. हमले के कारण का पता नहीं चल सका. बांका की पूर्व सांसद पुतुल देवी ने कार्यक्रम का आमंत्रण नहीं मिलने पर नाराजगी जतायी और कार्यक्रम के आयोजन पर खुशी व्यक्त की. श्रीमती ईरानी पर फूलों की बारिश कर स्वागत किया गया. कलाकार मनोज पंडित द्वारा बनायी गयी मंजूषा पेंटिंग भेंट की गयी. साक्षरता मिशन के कलाकारों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ लघु नाटक व गीत पेश किया. मंच का संचालन जिला उपाध्यक्ष निरंजन साह ने किया. इस मौके पर विधान पार्षद डॉ एनके यादव, कार्यक्रम प्रभारी अर्जित शाश्वत चौबे, पूर्व सांसद अनिल यादव, प्रदेश मंत्री बिंदु मिश्रा, प्रदेश महामंत्री संजीव चौरसिया, पूर्व विधायक ई शैलेंद्र, अमन पासवान, संजय मयूख, ललन पासवान आदि मौजूद थे.
कैबिनेट की बैठक में शामिल होने शाम में पटना के लिए निकलीं मंत्री क्या यही संस्कार है?
एक तरफ शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी द्वारा स्मृति ईरानी को ट्विट कर डियर लिखने पर श्रीमती ईरानी ने मीडिया को कोई जवाब नहीं दिया. लेकिन दूसरी ओर भागलपुर के आनंदराम ढांढनियां सरस्वती विद्या मंदिर में भवन के उद्घाटन समारोह में नैतिक शिक्षा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि दोस्त व रिश्तों से ज्यादा मोबाइल फोन काम देने लगा है. लोग ट्वीटर पर खासकर महिलाओं को ‘डियर’ कहने लगे हैं. क्या यही संस्कार है.