लड़े कोई, किंगमेकर बनने का राजद का दावा

जिप अध्यक्ष का चुनाव भागलपुर : जिला परिषद सदस्य चुने जाने के बाद अब जिला परिषद के चेयरमैन के चुनाव के लिए राजनीतिक गणित लगाया जाने लगा है. जिले के 31 सदस्यों वाले चुनाव में सभी दलों द्वारा गुणा-गणित के आधार पर अपने दल के चेहरे पर दावं खेले जाने की तैयारी शुरू हो गयी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2016 5:10 AM

जिप अध्यक्ष का चुनाव

भागलपुर : जिला परिषद सदस्य चुने जाने के बाद अब जिला परिषद के चेयरमैन के चुनाव के लिए राजनीतिक गणित लगाया जाने लगा है. जिले के 31 सदस्यों वाले चुनाव में सभी दलों द्वारा गुणा-गणित के आधार पर अपने दल के चेहरे पर दावं खेले जाने की तैयारी शुरू हो गयी. इसको अंजाम तक पहुंचाने के लिए लोग दूसरे दलों से जुड़े सदस्यों को साधने के लिए हर संभव गठबंधन करने को तैयार है. हर राेज हार्स ट्रेडिंग का दौर चल रहा है. राजद के दावे की माने तो जिला परिषद के चुनाव में राजद से जुड़े जिला परिषद सदस्यों की संख्या 16 है. अगर यह सच है ताे तय है कि चेयरमैन बनने के लिए चाहे जितने भी समीकरण बना-बिगाड़ लिया जाये, लेकिन इस चुनाव में राजद ही किंगमेकर की भूमिका में होगा.
जिला परिषद सदस्य का चुनाव मूलत: राजनीतिक दल एवं इसके झंडे के बिना लड़ा जाता है. बावजूद विभिन्न राजनीतिक पार्टियां परोक्ष-अपरोक्ष रूप से इस चुनाव में इन्वाल्व भी होती है. जिला परिषद चुनाव के बाबत राजद के जिलाध्यक्ष डॉ तिरूपति नाथ यादव कहते हैं कि इस चुनाव में राजद के 16 कार्यकर्ताओं ने जिला परिषद सदस्य का चुनाव जीता है. अगर इस आंकड़े को सच मान लिया जाये तो 31 सदस्य वाले जिला परिषद चुनाव में राजद के जीते सदस्य एकमत हो जाये, तो राजद आसानी से चेयरमैन का पद हासिल कर सकता है. पार्टी सूत्रों की माने तो राजद के जीते जिला परिषद सदस्यों में से करीब तीन से चार लोग खुद को चैयरमैन पद की रेस में खड़ा कर लिये हैं और लगातार दावेदारी ठोंक रहे हैं. यहीं राजद के लिए परेशानी का सबब बना है.
जदयू से भी एक दावेदार मैदान में
जदयू के जिलाध्यक्ष भी कह रहे हैं कि उनकी पार्टी से जुड़े तीन लोग जिला परिषद का चुनाव जीते हैं, जबकि दो पार्टी की विचारधारा जुड़े दो अन्य सदस्य. इस तरह जदयू खेमे से जुड़े पांच लोग जिला परिषद चुनाव जीते हैं. इनमें से भी एक सदस्य चेयरमैन पद के लिए अपनी दावेदारी कर रहा है. अगर जदयू एकमत हो भी जाये तो भी इसे जीत के लिए के लिए कम से कम 11 सदस्यों के वोटों की दरकार होगी.
वेट एंड वॉच की भूमिका में है निशिकांत गुट
जिला परिषद के चेयरमैन की रेस में भाजपा सांसद निशिकांत गुट भी शामिल है. हालांकि यह गुट अभी वेट एंड वॉच की भूमिका है. यह गुट अभी जिला परिषद सदस्याें को अपने पाले में लाने के लिए उन्हें साधने में लगा है. इस गुट ने भी चेयरमैन पद के लिए अभी तक अपना चेहरा स्पष्ट नहीं किया है. हालांकि इस बाबत गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के भाई संतोष यादव ने कहा है कि चेयरमैन पद के लिए संभावित प्रत्याशी का नाम आगामी दो-चार दिन में क्लियर कर दिया जायेगा.
कुनबे का संभालना सबसे बड़ी चुनौती
इस बात को चेयरमैन रेस की शामिल सभी दलों के आला कमान रहे हैं कि जब पार्टी के बीच एक ही पद के लिए कई दावेदार हो जाये, तो चुनाव जीतना नामुमकिन तो नहीं लेकिन मुश्किल जरूर हो जाता है. ऐसे में जब एक-एक वोट के लिए हर प्रकार के आॅफर सदस्याें तक पहुंचाया जा रहा तो कुनबा समेटना किसी भी पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी.

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