अभी हौसलों को मुकाम पाना बाकी है : दर्शन रावल

भागलपुर: अभी जो जिंदगी की पगडंडी पर चलना शुरू किया है. अभी-अभी तो कड़ी मेहनत के साथ-साथ फैंस के प्यार-सहयोग के बूते बुलंद हौसले के साथ सफलता की कहानी शुरू हुई है, अभी इसको मुकाम पाना बाकी है. ये कहना है कि ‘तो खींच मेरी फोटो’ गीत से शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचे संगीत दुनिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2016 2:25 AM
भागलपुर: अभी जो जिंदगी की पगडंडी पर चलना शुरू किया है. अभी-अभी तो कड़ी मेहनत के साथ-साथ फैंस के प्यार-सहयोग के बूते बुलंद हौसले के साथ सफलता की कहानी शुरू हुई है, अभी इसको मुकाम पाना बाकी है. ये कहना है कि ‘तो खींच मेरी फोटो’ गीत से शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचे संगीत दुनिया की नये रॉक स्टार दर्शन रावल का. श्री रावल रविवार को भागलपुर के सैंडिस कंपाउंड में आयोजित म्यूजिकल प्रोग्राम में शिरकत करने आये थे. ये बताते हैं कि आजकल वे उसी पुराने अंदाज व शैली में गाने गा रहे हैं जो आज की तारीख में लोग कम गा रहे हैं.
गाने अगर दिल से गाया जाये ताे वह हर दौर-हर वर्ग द्वारा पसंद की जाती है. ये नवोदित युवा जो संगीत को अपना कैरियर बनाना चाहते हैं, उन्हें कहते हैं कि उन्हें दर्शन रावल बनने की कोई जरूरत नहीं है. आपकी शैली, मेहनत व काबिलियत व मां-बाप का आशीर्वाद आपको सफलता के सांतवें आसमान पर पहुंचा देगा. वर्तमान में राॅक गीतों के चलन पर दर्शन ने कहा कि शास्त्रीय हो या मॉडर्न संगीत, हर गाने का अपना क्रेज होता है. संगीत का दौर न कभी समाप्त हुआ है और न होगा. अपने मुकाम की बाबत श्री रावल ने कहा कि कि बचपन से उनकी इच्छा थी बड़े होकर अपने पसंदीदा नायक को अपनी आवाज दें. आज की तारीख में चार गुजराती फिल्मों में दर्शन के गाये गाने हैं और एक गुजराती फिल्म पीटर वर्सेज पैट्रिक में बतौर एक्टर काम कर रहे हैं.
मीडिया की जरूरत भी है और दुत्कारेंगे भी
कार्यक्रम आयोजित करने से पहले आयोजक मीडिया में दिखने-बताने को लेकर प्रेसवार्ता करेंगे. अपने मेहमान कलाकर को छपवाने के लिए मीडियाकर्मियों से आग्रह कर उन्हें बुलाएेंगे भी. जब मीडियाकर्मी पहुंचेंगे तो लगेंगे आसमां में उड़ने. ऐसा ही वाकया शनिवार को दर्शन रावल के इंटरव्यू के दौरान हुआ. पहले तो आयोजक ने दर्शन रावल का इंटरव्यू लेने के बुलाया और जब पहुंचे तो आयोजन के एक सदस्य लगे बताने कि कैसे इंटरव्यू करना है और क्या पूछना है. ऐतराज जताने पर मरने-मारने पर उतारू हो गये.

Next Article

Exit mobile version