बेवफा पत्नी के दूसरे पति को भून डाला
फूटा गुस्सा. जगदीशपुर थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव की घटना पत्नी की बेवफाई से गुस्साये पूर्व पति ने बेटे के साथ मिल कर उसके दूसरे पति को गोलियों से भून डाला. घटना गुरुवार को जगदीशपुर थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव में हुई. गोली लगने से महिला रजिया खातून के नये पति मो ऐनुल उर्फ कारू […]
फूटा गुस्सा. जगदीशपुर थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव की घटना
पत्नी की बेवफाई से गुस्साये पूर्व पति ने बेटे के साथ मिल कर उसके दूसरे पति को गोलियों से भून डाला. घटना गुरुवार को जगदीशपुर थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव में हुई. गोली लगने से महिला रजिया खातून के नये पति मो ऐनुल उर्फ कारू अंसारी (55) की मौके पर ही मौत हो गयी.
जगदीशपुर : ऐनुल उर्फ कारू पर दो गोलियां चलायी गयीं. एक गोली कारू के सीने में लगी और वह वहीं ढेर हो गया. दूसरी गोली बगल से गुजर रहे आसिफ नाम के एक युवक की बांह में लगी. आसिफ को इलाज के लिए मायागंज अस्पताल ले जाया गया. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी व महिला का पूर्व पति मो खुर्शीद अंसारी और उसका पुत्र सफत अंसारी फरार हो गये.
मृतक की पुत्री सजादा खातून ने खुर्शीद अंसारी और उसके पुत्र सहित कुल आठ लोगों के खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. सजादा खातून ने पुलिस को घटना का कारण आपसी दुश्मनी व पुरानी रंजिश बताया है. लेकिन, पुलिस की प्रारंभिक जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि मृतक मो ऐनुल उर्फ कारू अंसारी ने चार साल पूर्व अपने पड़ोसी मो खुर्शीद अंसारी की पत्नी रजिया से निकाह कर लिया था. यह रजिया के पूर्व पति खुर्शीद और उसके पुत्रों को नागवार गुजर रही थी.
शादी के बाद दोनों परिवारों में दुश्मनी बढ़ती जा रही थी. साथ ही ग्रामीणों का दबाव भी ऐनुल व कारू पर बढ़ता जा रहा था. इस कारण ऐनुल अपने गांव को छोड़ कर शाहकुंड प्रखंड के खैरा गांव में रहने लगा था. गुरुवार को वह सलेमपुर आम खरीदने के लिए आया था. उसे देखते ही खुर्शीद व उसका पुत्र आग बबूला हो गया
और उसे गोलियों से भून दिया. मृतक के परिजनों ने बताया कि गोली मारने के बाद भी आरोपी हथियार के बट से कारू को तब तक पीटते रहे, जब तक कि उसने दम नहीं तोड़ दिया. घटना की जांच को पहुंची पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
इन लोगों के खिलाफ हुई प्राथमिकी
मो खुर्शीद अंसारी, मुर्शीद अंसारी, मो हासिम अंसारी, मो नसीम अंसारी, मो खुर्शीद का पुत्र सफत अंसारी, मो खुर्शीद के दोनों दामाद व साली टुसिया
कहते हैं थानाध्यक्ष : थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार झा ने बताया कि ऐनुल की हत्या का कारण मुख्य रूप से उसकी दूसरी शादी ही है. शादी के बाद से ही दोनों परिवारों में दुश्मनी काफी बढ़ गयी थी. घटना के बाद से सभी आरोपी फरार हैं. छानबीन की जा रही है.
बिना तलाक के ही निकाह से खफा था खुर्शीद का परिवार
सलेमपुर के मो ऐनुल उर्फ कारू अंसारी की हत्या का मुख्य कारण पत्नी की बेवफाई ही माना जा रहा है. मो ऐनुल उर्फ कारू अंसारी के खुर्शीद की पत्नी रजिया खातून से शादी करने से कुछ ही दिन पहले उसकी पहली पत्नी मुन्नी की मौत हो चुकी थी. हालांकि ऐनुल और रजिया का प्रेम प्रसंग पहले से ही चल चल रहा था.
जैसे ही ऐनुल की पत्नी की मौत हुई उसने रजिया से शादी कर ली. शादी करते ही खुशीद व उसका परिवार बौखला उठा और दोनों परिवारों में दुश्मनी बढ़ गयी. खुर्शीद का कहना था उसने जब रजिया को तलाक नहीं दिया तो ऐनुल ने उससे शादी कैसे कर ली. वहीं रजिया का कहना था कि ऐनुल उसे तालाक दे चुका है.
सच्चाई क्या थी इसकी जानकारी ठीक से ग्रामीणों को भी नहीं है. शादी के बाद जब खुर्शीद व ऐनुल के परिवार में दुश्मनी बढ़ गयी तो इस बात को लेकर पंचायती भी हुई. जिसके बाद ऐनुल ने गांव ही छोड़ दिया और अपनी दूसरी पत्नी को लेकर शाहकुंड के खैरा गांव में रहने लगा. ऐनुल पिछले चार वर्षों से गांव आता-जाता रहता था. जब भी ऐनुल गांव आता तो दोनों परिवारों के बीच तनाव बढ़ जाता था. ग्रामीण भी ऐनुल को गांव आने से मना करते रहते थे. इसके बावजूद उसने गांव आना बंद नहीं किया.
बेटे-बेटियों की शादी नहीं कर खुद कर ली शादी : मो ऐनुल व हत्यारोपी मो खुर्शीद अंसारी की पत्नी रजिया खातून का प्रेम अधेड़ उम्र में परवान चढ़ा था. जब बेटे-बेटियों की शादी करनी थी तो खुद ही शादी रचा ली. ग्रामीणों ने बताया कि जब रजिया खातून ने ऐनुल से शादी की तो उसके जवान पुत्रों में भी रोष उत्पन्न हो गया था.
रजिया को अपने पहले पति से आठ संतानें हैं. ऐनुल को भी अपनी पहली पत्नी से छह बच्चे हैं. हालांकि ऐनुल व रजिया की शादी के चार साल बाद उन्हें कोई संतान नहीं हुई.
गाेली से घायल आसिफ ने घटना के बारे में बताया
गोली लगने से घायल आसिफ ने बताया कि वह भागलपुर जाने के लिए घर से निकला था. उसने कहा कि अपने घर से निकलने के बाद आगे की गली में जैसे ही मुड़ा तो देखा कि वहां झगड़ा हो रहा था. उसी समय गोली की आवाज सुनी और गोली उसके कंधे के दाहिनी तरफ छूती हुई निकल गयी. गोली लगने के बाद अासिफ दौड़ते हुए अपने घर की तरफ भागा. उसे इलाज के लिए मायागंज लाया गया. आसिफ चंपानगर स्थित मदरसा का छात्र है.