कोर्ट परिसर से अधिवक्ताओं की झोपड़ियां हटायें
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने किया कहलगांव व्यवहार न्यायालय का निरीक्षण कहलगांव : उच्च न्यायालय के न्याययधीश अश्विनी कुमार सिंह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार को दोपहर 12:29 बजे कहलगांव व्यवहार न्यायालय पहुंचे. उन्होनें न्यायालय परिसर का अवलोकन किया. उन्होंने परिसर में चारों ओर अधिवक्ताओं के बैठने के लिए बनी झोपड़ियों को हटाने को […]
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने किया कहलगांव व्यवहार न्यायालय का निरीक्षण
कहलगांव : उच्च न्यायालय के न्याययधीश अश्विनी कुमार सिंह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार को दोपहर 12:29 बजे कहलगांव व्यवहार न्यायालय पहुंचे. उन्होनें न्यायालय परिसर का अवलोकन किया. उन्होंने परिसर में चारों ओर अधिवक्ताओं के बैठने के लिए बनी झोपड़ियों को हटाने को कहा. इसके बाद उन्होनें सबजज कोर्ट व मंुसिफ कोर्ट में चल रही कार्यवाही का अवलोकन किया. अंत में कार्यालय का निरीक्षण कर वह वापस लौट गये.
अधिवक्ताओं ने सौंपा स्मार पत्र : कहलगांव बार एसोसिएशन ने न्यायाधीश श्री सिंह को एक स्मार पत्र सौंपा, जिसमें अधिवक्ताओं व मुवक्किलों की समस्याओं के समाधान का आग्रह किया गया है. संघ भवन के निर्माण के लिए 50 डिसमिल जमीन देने, अधिवक्ताओं के बैठने के लिए अस्थायी शेड का निर्माण, पुरुष व महिला वादी और अधिवक्ताओं के लिए अलग शौचालय व पेयजल की व्यवस्था, कैंटीन के लिए जगह का आवंटन, सुरक्षा के लिए न्यायालय परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाने, स्थायी पुलिस कैंप, अतिरिक्त सबजज, मुसिफ व आपराधिक न्यायालय के गठन का आग्रह किया गया है.
की बाबा बटेश्वर की पूजा : न्यायाधीश श्री सिंह सुबह सवा सात बजे जहाज से कहलगांव में गंगा के मध्य स्थित तीनपहाड़ी पर गये. जहाज से ही वह बटेश्वर स्थान पहुंचे. साथ चल रहे जिला व सत्र न्यायाधीश अरविंद माधव के साथ बाबा बटेश की पूजा अर्चना की. इसके बाद सड़क मार्ग से सभी विक्रमशिला प्रचीन विश्वविद्यालय पहुंचे. वहां बारी-बारी से मुख्य स्तूप, मनौती स्तूप, तिब्बती धर्मशाला, छात्रवास आदि को देखा तथा इसकी जानकारी ली. म्यूजियम में रखी प्राचीन विक्रमशिला की खुदाई से प्राप्त वस्तुओं को देखा.