टांका खुला था और कर दिया डिस्चार्ज

जेएलएनएमसीएच. पांच घंटे तक विभाग में पड़ी रही प्रसूता, दोबारा भरती तक करना मुनासिब नहीं समझा एक बार फिर चिकित्सकों ने लापरवाही बरती. एक सप्ताह से भरती जच्चा को डॉक्टरों ने बिना चेकअप किये ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया. भागलपुर : जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलेज एंड हाॅस्पिटल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2016 3:56 AM

जेएलएनएमसीएच. पांच घंटे तक विभाग में पड़ी रही प्रसूता, दोबारा भरती तक करना मुनासिब नहीं समझा

एक बार फिर चिकित्सकों ने लापरवाही बरती. एक सप्ताह से भरती जच्चा को डॉक्टरों ने बिना चेकअप किये ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया.
भागलपुर : जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलेज एंड हाॅस्पिटल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में लापरवाही का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. सोमवार काे एक बार फिर चिकित्सकों ने लापरवाही बरती. एक सप्ताह से भरती जच्चा को डॉक्टरों ने बिना चेकअप किये ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जबकि आपरेशन के बाद उसको लगाये गये टांके खुले हुए थे और आंतें दिख रही थी. परिजनों ने हो-हंगामा किया तो करीब पांच घंटे के बाद विभाग महिला को अंदर लेकर चली गयी.
तीन जुलाई को चंपा देवी(20 वर्ष) पत्नी सोनू मांझी को प्रसव दर्द होने पर उसे मायागंज हॉस्पिटल के स्त्री एवं प्रसव विभाग में भरती कराया गया. चार जुलाई को आॅपरेशन के बाद उसे पुत्र पैदा हुआ. सोनू मांझी के आरोपों के अनुसार, चंपा देवी को सोमवार को तीन बजे यहां पर तैनात चिकित्सक ने बिना चेकअप किये ही डिस्चार्ज कर दिया. जबकि चंपा को आपरेशन के बाद लगाये गये टांके खुले हुए थे आैर उसकी आंतें दिख रही थी. परिजनों ने इस बात को लेकर हो-हल्ला भी किया लेकिन विभाग में तैनात चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों ने ध्यान नहीं दिया. इसी बात की सूचना जब मीडिया के जरिये हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ अनुपमा सिन्हा, स्वास्थ्य प्रबंधक चंद्रकांता एवं अधीक्षक डॉ आरसी मंडल को हुई, तो आनन-फानन में रात करीब नौ बजे उसे गैलरी से हटाकर प्रसव रूम ले जाया गया.
मामला गंभीर है, देखता हूं : अधीक्षक : इस बाबत हाॅस्पिटल के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने कहा कि मामला गंभीर है. वे इस मामले को देखते हैं. दोषी पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी.

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