संस्कृति नैमिष्य : करोड़ों के सम्मान बांट कर चौंकायेगा आरएसएस

नोबेल से भी बड़ी होगी पुरस्कार राशि अगले साल वाराणसी में आरएसएस का संस्कृति नैमिष्य समारोह, नोबेल सम्मान से भी अधिक भव्यता और पुरस्कार राशि का दावा भागलपुर : भारतीय मेधा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उभारने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बहुत बड़ी योजना बनायी है. संघ के अनुषंगी संगठन संस्कार भारती ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2016 5:44 AM

नोबेल से भी बड़ी होगी पुरस्कार राशि

अगले साल वाराणसी में आरएसएस का संस्कृति नैमिष्य समारोह, नोबेल सम्मान से भी अधिक भव्यता और पुरस्कार राशि का दावा
भागलपुर : भारतीय मेधा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उभारने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बहुत बड़ी योजना बनायी है. संघ के अनुषंगी संगठन संस्कार भारती ने अगले साल की शुरुआत में वाराणसी में दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने का एलान किया है. इसे संस्कृति नैमिष्य सम्मेलन का नाम दिया गया है.
इसमें करीब 68 करोड़ रुपये के पुरस्कार बांटने की तैयारी है. इस आयोजन में तीन दिन तक बुद्धिजीवियों, संतों और कलाकारों के विभिन्न कार्यक्रम बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में होंगे. विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा मनवाने वालों को 11 अंतरराष्ट्रीय नैमिष्य सम्मान दिये जायेंगे. संस्कार भारती का दावा है कि नैमिष्य सम्मान गरिमा और राशि के लिहाज से किसी नोबेल या ऐसे अन्य ग्लोबल अवॉर्ड की पुरस्कार राशि 80 लाख स्वीडिश क्रोनर (6.24 करोड़ रुपये) थी. संस्कार भारती 68 करोड़ के पुरस्कार बांटेगा.
आयोजन काशी में ही क्यों
अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव होनेवाले हैं. राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि संघ इस कार्यक्रम के जरिये भाजपा को फायदा पहुंचाने की कोशिश करेगा. लेकिन आरएसएस ऐसा नहीं मानता. संघ के नेताओं का कहना है कि तीन साल में एक बार प्रस्तावित यह आयोजन उन लोगों को जवाब है, जो कहते हैं कि दक्षिणपंथियों में बौद्धिक गहराई नहीं होती. संघ के वरिष्ठ प्रचारक और संस्कार भारती के सहायक संगठन सचिव अमीर चंद के अनुसार काशी तो कला, अध्यात्म और ज्ञान की संगम नगरी रही है. कला के आदि देव नटराज, भगवान शिव की नगरी है ये.
दुनिया में कला और ज्ञान का ऐसा अन्य केंद्र नहीं है. आयोजन को संस्कृति नैमिष्य नाम, उत्तर प्रदेश के सीतापुर में स्थित नैमिषारण्य से लिया गया है.
गांधी-आंबेडकर अवॉर्ड
दिये जानेवाले अवॉर्ड महात्मा गांधी से लेकर डॉ भीमराव अांबेडकर के नाम पर हैं.
शांति सम्मान – बुद्ध
मानवाधिकार सम्मान – महात्मा गांधी
साहित्य सम्मान – कालिदास
दृश्य कला – भरत मुनि
विज्ञान – आर्यभट्ट
राजनीति – कौटिल्य
अंतरराष्ट्रीय एकता – सरदार पटेल
आध्यात्मिक एकता – दीनदयाल उपाध्याय
शिक्षा – मदनमोहन मालवीय
सामाजिक उत्थान – डॉ आंबेडकर

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