नदियाें का रौद्र रूप, कोसी क्षेत्र में डूबने से सात मरे
भागलपुर: पिछले चार दिनों से लगातार बारिश होने व नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र से पानी छोड़े जाने के कारण कोसी क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है. क्षेत्र में बहने वाली कोसी, बकरा, सुरस, महानंदा व अन्य नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार […]
भागलपुर: पिछले चार दिनों से लगातार बारिश होने व नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र से पानी छोड़े जाने के कारण कोसी क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है. क्षेत्र में बहने वाली कोसी, बकरा, सुरस, महानंदा व अन्य नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार व खगड़िया जिले के सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है. कई जगहों पर सड़क के ऊपर पानी बह रहा है, तो कई जगहों पर नदियां पानी में विलीन हो गयी है. तटबंध ध्वस्त हो गये हैं. फसलें डूब गयी है. इस दौरान डूबने से पूर्णिया में चार व अररिया में तीन लोगाें की मौत हो गयी.
हजारों की आबादी प्रभावित : सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड में सुरसर नदी ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है. बीते दो दिनों के अंदर प्रखंड के पूर्वी भाग अवस्थित नौ पंचायतों के दर्जनों गांव बाढ़ के चपेट में आ गया है और हजारों की आबादी प्रभावित हो गई है. लाखों की संपत्ति का नुकसान बताया जा रहा है. खासकर सुरसर नदी की उफनती धारा से चुन्नी पंचायत के वार्ड नंबर एक झखाड़गड़ पंचायत वार्ड नंबर 11 स्थित महादलित बस्ती पुरी तरह चपेट में है.
अररिया में परमान नदी का जलस्तर बढ़ने से शहरी इलाकों में बाढ़ का खतरा गहराने लगा है. शुक्रवार को मुख्यालय के कई इलाकों में पानी फैल गया है. जिला मुख्यालय के चांदनी चौक से जीरो माइल जाने वाली मुख्य सड़क भी पूरी तरह पानी में विलीन हो गया है. दोपहर बाद से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है.
स्कूलों में घुसा पानी
बकरा नदी का जलस्तर बढ़ने से पलासी प्रखंड के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. प्रखंड के छैपनिया, बच्चाखाड़ी, छतराबाड़ी, जरियाखाड़ी, सोहदी समदा, लकड़कट्टा, बघमारा, नवटोली, भंगौरा, धर्मगंज, भट्टाबाड़ी, सोहदी, बकनिया, धपड़ी, गोपालनगर आदि गांव में सड़क पर पानी बह रहा है. बकरा व रतवा नदी के बाढ़ का पानी ने प्रखंड के लगभग डेढ़ दर्जन स्कूल मवि धर्मगंज, प्रावि छपनिया, मवि छपनिया, प्रावि पिपरा कोठी, प्रावि गिदरभुक्का, मवि भंगौरा में घुस गया है. लोग नाव के अभाव में किसी तरह केला थाम का नाव बना कर घर छोड़कर कर ऊंचे स्थान पर पलायन कर रहे हैं.
किशनगंज जिले के बहादुरगंज, पोठिया, पाठमारी, कोचाधामन प्रखंड के सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है. जिले में महानंदा, चेगा व कनकई नदियों ने विकराल रूप धारण करलि या है.
बंद हो सकता है सहरसा-मानसी रेलखंड पर ट्रेन का परिचालन
कोसी नदी में शुक्रवार को पानी का डिस्चार्ज बढ़ कर दो लाख 17 हजार क्यूसेक हो गया. इससे सरससा-मानसी रेलखंड पर परिचालन बंद होने का खतरा उत्पन्न हो गया. फनगो हॉल्ट पर ट्रैक से कोसी नदी की दूरी अब चार मीटर से भी कम बची है.