सदर अस्पताल में डॉक्टर नहीं, इलाज के लिए भटकता रहा मरीज
भागलपुर : सदर अस्पताल एवं नशा मुक्ति केंद्र पर रात में चिकित्सक टिकते नहीं है. यहां इमरजेंसी सेवा भगवान भराेसे हैं. इस बात की पुष्टि रविवार की रात में हो गयी, जब बेहोश हुए कांवरिये को इलाज के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा. सदर अस्पताल से जब वह मायागंज हॉस्पिटल ले जाया गया, तब जाकर उसे […]
भागलपुर : सदर अस्पताल एवं नशा मुक्ति केंद्र पर रात में चिकित्सक टिकते नहीं है. यहां इमरजेंसी सेवा भगवान भराेसे हैं. इस बात की पुष्टि रविवार की रात में हो गयी, जब बेहोश हुए कांवरिये को इलाज के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा. सदर अस्पताल से जब वह मायागंज हॉस्पिटल ले जाया गया, तब जाकर उसे इलाज नसीब हुआ.
जमशेदपुर, झारखंड के अक्षय कुमार(32) रविवार को देर शाम को सुलतानगंज रेलवे स्टेशन पर बेहोश हो गया. आनन-फानन में उसे रेफरल अस्पताल सुलतानगंज ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसकी हालत को गंभीर बताकर सदर अस्पताल रेफर कर दिया. सदर अस्पताल में करीब 10 बजे अक्षय कुमार को लाया गया,
जहां इमरजेंसी में कोई चिकित्सक नहीं था. उसे नशा मुक्ति केंद्र ले जाया गया. वहां भी चिकित्सक मौजूद नहीं थे. इसके बाद मरीज को चिकित्सक नहीं है, कहकर मायागंज हाॅस्पिटल रेफर कर दिया गया. देर रात मायागंज की इमरजेंसी में उसे भरती कर इलाज शुरू कर दिया गया था.