प्राइवेट गर्ल्स लॉज : अपनी जिम्मेदारी से बच रहा भागलपुर नगर निगम
भागलपुर : भागलुपर शहर में प्राइवेट गर्ल्स लॉज व हॉस्टल पर शिकंजा कसने की तैयारी सदर एसडीओ ने शुरू कर दी है. सिटी में प्राइवेट गर्ल्स हॉस्टल और लॉज चलानेवाले लोग, जो रूल्स-रेगुलेशन की धज्जियां उड़ाते हुए अपने घरों में दरबों जैसे रूम बनाकर एक-एक रूम चार-चार छात्राओं को रखते हैं. यहां पर न तो […]
भागलपुर : भागलुपर शहर में प्राइवेट गर्ल्स लॉज व हॉस्टल पर शिकंजा कसने की तैयारी सदर एसडीओ ने शुरू कर दी है. सिटी में प्राइवेट गर्ल्स हॉस्टल और लॉज चलानेवाले लोग, जो रूल्स-रेगुलेशन की धज्जियां उड़ाते हुए अपने घरों में दरबों जैसे रूम बनाकर एक-एक रूम चार-चार छात्राओं को रखते हैं. यहां पर न तो छात्र-छात्राओं की सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था होती है और न ही उनके खाने-पीने का कोई स्टैंडर्ड. लेकिन, अब इन निजी हॉस्टल संचालकों को सारी व्यवस्थाएं करनी होंगी. इसके लिए एसडीओ ने पहल कर दी है.
लेकिन बड़ा सवाल जो काम भागलुपर नगर निगम को करना चाहिए, वह काम एसडीओ को करना पड़ रहा है. आखिर भागलपुर नगर निगम कब तक अपनी जिम्मेदारी से बचता रहेगा. भागलपुर नगर निगम का काम है कि वह अपने क्षेत्र में चल रहे प्राइवेट लॉज और हॉस्टल की जांच करे. जो लॉज और हॉस्टल बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करे. लेकिन भागलपुर नगर निगम सोया हुआ है.
हर वार्ड में बनेगी स्टीयरिंग कमेटी : भागलपुर शहर में किस वार्ड में कितने प्राइवेट गर्ल्स हॉस्टल और लॉज चल रहे हैं, इसका पता लगाने के लिए सिटी के हर वार्ड में एक स्टीयरिंग कमेटी बनेगी.
हॉस्टल चलाने के लिए उस हॉस्टल के संचालक को इस कमेटी से एनओसी लेना होगा. बिना इसके कोई भी प्राइवेट हॉस्टल और लॉज नहीं चला पाएगा. इसके साथ ही हर लॉज और हॉस्टल का भागलपुर नगर निगम में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा. हॉस्टल में रह रहीं गर्ल्स का डिटेल भी इसके साथ जमा
करना होगा.
चोरी-छिपे नहीं चलेंगे हॉस्टल और लॉज
सिटी में कुछ लोग अपने घरों में चोरी-छिपे प्राइवेट गर्ल्स हॉस्टल और लॉज चला रहे हैं. लेकिन, ऐसे लोगों पर अब गाज गिरनेवाली है. अब हर हॉस्टल के गेट पर हॉस्टल का नाम और इसके संचालक का नाम बड़े-बड़े अक्षरों में लिखकर बोर्ड लगाना होगा. इसकी जांच के लिए एक कमेटी बनायी जायेगी, जो चोरी-छिपे चल रहे हॉस्टल्स और लॉज में छापेमारी भी करेगी.
निजी लाॅज संचालक एसोसिएशन का होगा गठन
शहर में चल रहे निजी हॉस्टल और लॉज की सही स्थिति का पता चल सके और साथ ही हॉस्टल और लॉज की फीस से लेकर उनकी सुविधाओं के लिए एक गाइड लाइन बन सके, इसके लिए प्रावइेट लॉज संचालक एसोसिएशन को सक्रिय किया जायेगा. एसडीओ के साथ मीटिंग के बाद लॉज संचालकों ने प्रशासन काे सहयोग देने का फैसला किया है. सालों पहले भागलपुर में प्राइवेट लॉज संचालक एसोसिएशन का गठन किया गया था. शुरुआत में इसके 60 से लेकर 70 सदस्य थे. लेकिन यह एसोसिएशन अभी काम नहीं कर रहा है. ऐसे में इसका चुनाव कराकर इसको सक्रिय किया जायेगा.