पत्नी से कहा, सरेंडर करने जा रहा हूं , पुलिस ने पकड़ा

भागलपुर : तोंय कम से कम दो महीना तक लापता रहो. हमरा जेल जाय ल पड़तै त जैबे. तोंय कैहने जेल जैभो. हमें आय जाय रहलो छियै सरेंडर करै ल. हम्मे जेल जैबे, तोंय चिंता नै करिहो. हमारा दोनों के बीच के इ सब बात केकरो नय बतइहो. 15 जुलाई से मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2016 8:41 AM
भागलपुर : तोंय कम से कम दो महीना तक लापता रहो. हमरा जेल जाय ल पड़तै त जैबे. तोंय कैहने जेल जैभो. हमें आय जाय रहलो छियै सरेंडर करै ल. हम्मे जेल जैबे, तोंय चिंता नै करिहो. हमारा दोनों के बीच के इ सब बात केकरो नय बतइहो. 15 जुलाई से मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र से तीन लाख रुपये के साथ लापता होने वाले पप्पू झा और उसकी पत्नी के बीच मंगलवार की सुबह यही बात हुई थी.

पप्पू को इस बात का एहसास नहीं था कि उसका और उसकी पत्नी का मोबाइल नंबर पीएल पर लिया गया है. दोनों की बात सुनने के बाद मोजाहिदपुर पुलिस कोर्ट परिसर पहुंची और सरेंडर करने से पहले ही पप्पू को पकड़ ले गयी. गोपालपुर थाना क्षेत्र के पचगछिया निवासी व्यवसायी कन्हैया प्रसाद गुप्ता का स्टाफ पप्पू झा आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया. पिछले 12 दिनों से चल रहे इस मामले का खुलासा कर दिया गया.

क्या है मामला ? पचगछिया के व्यवसायी कन्हैया प्रसाद गुप्ता ने व्यवसाय में मदद के लिए मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र के गुड़हट्टा चौक में रहने वाले अपने समधी अशोक कुमार गुप्ता से पैसे की मांग की. अशोक ने अपने समधी को बाेला कि वह किसी को भेज दें तो वे पैसे दे देंगे. कन्हैया ने अपने स्टाफ पप्पू झा को पैसे लेने के लिए 15 जुलाई को मोजाहिदपुर भेजा. अशोक ने अपने बेटे को तीन लाख का चेक देकर हुसैनाबाद स्थित केनरा बैंक के ब्रांच में भेजा. उनके बेटे ने पैसे निकाल कर पप्पू झा को दे दिया. पप्पू वहां से चला और बिहपुर में बाइक और हेलमेट छोड़ फरार हो गया. पप्पू की पत्नी और भाई ने उसके अपहरण का मामला दर्ज कराने की कोशिश की, पर मोजाहिदपुर इंस्पेक्टर राजेश तिवारी ने पप्पू और उसकी पत्नी के मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल निकाला तो पता चला कि 16 को पप्पू ने अपनी पत्नी से 54 सेकेंड तक बात की थी. उसके बाद पप्पू के बरौनी और बंगाल जाने का लोकेशन मिला, जिससे आशंका जाहिर की गयी कि वह टाटा लिंक से भाग गया. उसके बाद से ही पुलिस की नजर उस पर थी.
कह रहा छिनतई हो गयी. पप्पू झा का कहना है कि वह पैसे लेकर जा रहा था तो कुछ लोगों ने उसके पैसे छीन लिये और उसका अपहरण कर लिया. उससे पैसे किसने छीने उनकी पहचान वह नहीं कर सका. झूठ पकड़े जाने के बाद भी वह सही बताने को तैयार नहीं हो रहा. पत्नी से बात कर वह सारी बात बता रहा था पर उसने बात करने से ही इंकार कर दिया. छिनतई होने के बाद फरार होने के सवाल पर वह कहता है कि उसे पुलिस तक पहुंचने का मौका ही नहीं मिला. वह कोर्ट में सरेंडर करने जा रहा था पर पुलिस को सच्चाई बताने से वह डरता रहा.
पप्पू आये थे सरेंडर करने,परिसर में ही पकड़े गये
पैसा गबन करने के केस में पप्पू झा चुपचाप सरेंडर करने आये थे, मगर परिसर में ही शिकायत कर्ता ने पकड़ लिया. बड़े ही नाटकीय ढंग से हुई घटना के बाद सीजेएम कोर्ट के बाहर लोगों की भीड़ जुट गयी. जब तक लोग समझ पाते, तब तक पुलिस पप्पू को लेकर चली गयी. इस बीच पप्पूझा के अधिवक्ता ने कोर्ट से फरियाद भी की. मगर कोर्ट ने पप्पू झा के साथ कोर्ट रूम के बाहर मामला होने की बात कही.
यूं हुई पकड़म-पकड़ाई. सुबह करीब 12 बजे, सीजेएम कोर्ट परिसर में अंदर घुसने से पहले ही पप्पू झा को शिकायत कर्ता ने पकड़ लिया. पकड़ने वाले कन्हैया लाल गुप्ता पप्पू को पकड़ जोर-जोर से चिल्लाने लगे कि इस व्यक्ति ने मेरा तीन लाख रुपया ले लिया और अब फरार होने की कोशिश कर रहा है. पप्पू झा के कमर को मजबूती से पकड़ चिल्ला रहे कन्हैया लाल को देखने भीड़ वहां एकत्र हो गयी. इतने में पुलिस आयी और पप्पू झा को अपने साथ लेकर चली गयी.
जमानत की अर्जी लगा रखी थी पप्पू ने. पैसा गबन के मामले में आरोपित पप्पू झा अपने अधिवक्ता के माध्यम से सीजेएम कोर्ट में जमानत की अर्जी लगायी थी. पुलिस से बचते-बचाते वह सीधे कोर्ट में सरेंडर करने आया था. मगर शिकायत कर्ता ने पहले ही उसे पकड़ लिया.

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