जयकिशन हत्याकांड: सफेदपोशों के खिलाफ कार्रवाई तय
भागलपुर : चर्चित जयकिशन हत्याकांड में कई सफेदपोशों पर कार्रवाई लगभग तय मानी जा रही है. जयकिशन शर्मा के बेटे सूरज के कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराने के बाद आइजी ने इस बयान की पुष्टि के लिए कॉरोबरेटिंग स्टेटमेंट दर्ज कराने का आदेश दिया है. चार लोगों का बयान दर्ज किया जा रहा […]
भागलपुर : चर्चित जयकिशन हत्याकांड में कई सफेदपोशों पर कार्रवाई लगभग तय मानी जा रही है. जयकिशन शर्मा के बेटे सूरज के कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराने के बाद आइजी ने इस बयान की पुष्टि के लिए कॉरोबरेटिंग स्टेटमेंट दर्ज कराने का आदेश दिया है. चार लोगों का बयान दर्ज किया जा रहा है.
इन बयानों से सूरज के कोर्ट में दर्ज कराये गये बयान से मिलान कराया जायेगा. दोनों बयान में समानता पाये जाने पर उन लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया जायेगा जिनका नाम इस हत्याकांड में सामने आ रहा है. इनमें कई सफेदपोश शामिल हैं. गुरुवार को आइजी ने समीक्षा की जिसमें कॉरोबरेटिंग स्टेटमेंट दर्ज कराने का आदेश दिया. सूत्रों की मानें तो सोमवार को इस हत्याकांड में बड़ा खुलासा हो सकता है. ढाई साल बाद ही सही पर पुलिस इस हत्याकांड के उद्भेदन में सफल होती दिख रही है.
पटना के कुछ क्रिमिनल्स का सामने आ रहा नाम
जयकिशन हत्याकांड में पटना के कुछ क्रिमिनल्स का नाम सामने आ रहा है. पुलिस की अभी तक की जांच में सैकड़ों फोन नंबरों की जांच की जा चुकी है. हत्याकांड वाली जगह के आसपास के मोबाइल टावर को डंप कर हजारों नंबर निकाले गये थे. उनमें संदिग्ध पाये जाने वाले नंबरों की पुलिस ने गहन जांच की. सूत्रों की मानें तो उन नंबरों में कुछ पटना के क्रिमिनल्स के हैं. पुलिस उन तक भी पहुंचने की कोशिश कर रही है.
प्रेम डांसर की भूमिका सामने नहीं आयी, छोड़ा गया
जयकिशन हत्याकांड में पूछताछ के लिए तातारपुर से उठाये गये प्रेम डांसर की इस हत्याकांड में किसी तरह की भूमिका सामने नहीं आयी है. सूत्रों की मानें तो पुलिस द्वारा लगातार कई दिनों तक पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हो गया कि इस हत्याकांड में प्रेम डांसर की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भूमिका नहीं है. इसके बाद उसे छोड़ दिया गया.
आइजी ने बनायी थी टीम
पेट्रोल पंप मैनेजर जयकिशन शर्मा की हत्या जनवरी 2014 में हुई थी. हत्या के बाद पुलिस की जांच में कुछ खास सामने नहीं आ सका. जयकिशन शर्मा के परिजन न्याय के लिए सीएम से भी मिले. सीएम के निर्देश के बाद पुलिस ने फिर से जांच शुरू की पर उसका नतीजा भी कुछ नहीं निकला. आइजी सुशील एम खोपड़े ने इस हत्याकांड के उद्भेदन के लिए एसएसपी मनोज कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया जिसमें सिटी डीएसपी और अन्य पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया. टीम के गठन के बाद जांच में काफी तेजी आयी.