संस्कृत से हुई कई विदेशी भाषाओं की उत्पत्ति : डॉ राघवेंद्र

संस्कृत संभाषण शिविर का आयोजन घोघा : मुक्ति निकेतन विद्यालय के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ सभागार में शनिवार को नौ दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य डॉ श्रीकांत व संचालन शिविर संयोजक मनीष कुमार गोस्वामी ने किया. मुख्य अतिथि कहलगांव के शंकर साह विक्रमशिला कॉलेज के पूर्व प्रचार्य डाॅ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2016 2:49 AM

संस्कृत संभाषण शिविर का आयोजन

घोघा : मुक्ति निकेतन विद्यालय के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ सभागार में शनिवार को नौ दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य डॉ श्रीकांत व संचालन शिविर संयोजक मनीष कुमार गोस्वामी ने किया. मुख्य अतिथि कहलगांव के शंकर साह विक्रमशिला कॉलेज के पूर्व प्रचार्य डाॅ राघवेंद्र नारायण आर्य ने कहा कि जर्मन, फ्रेंच, इटालियन जैसी बहुत सी विदेशी भाषाओं की उत्पत्ति संस्कृत से ही हुई है. तथा संस्कृत भाषा सीखने से अन्य भाषा सीखना से आसान हो जाता है.
घोघा के संत उच्च विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक जयप्रकाश नारायण झा ने हितोपदेश व पंचतंत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि हम जो भी पढ़ें उसे व्यवहार मे लायें र उचित स्थान पर उसका प्रयोग करें. सिंधु मंडल बालिका उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक ब्रह्मदेव चतुरानन ने कहा कि कर्म का प्रथम उपदेश देने वाला ग्रंथ भागवत गीता संस्कृत में ही है. विरेंची यादव, पंचानन यादव आदि ने भी संस्कृत के महत्व पर प्रकाश डाला. संभाषण में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. शिविर सुबह सात बजे से नौ बजे तक चलेगा. शिविर का समापन 14 अगस्त को होगा.

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