जाति पूछना पड़ेगा महंगा, होंगे कॉलेज से बाहर
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भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन ने लिया कड़ा फैसला
रैगिंग व माहौल बिगाड़नेवालों के खिलाफ होगी सख्ती
कॉलेज प्रशासन व एलुमिनाई परिषद को मिली है विकास विरोधी तत्वों की सूचना
भागलपुर : इंजीनियरिंग कॉलेज में बेहतर पढ़ाई-लिखाई का माहौल कायम करने के लिए कॉलेज प्रशासन और कॉलेज के एलुमिनाई परिषद ने कई एहतियाती कदम उठाये हैं. इसके लिए एंटी रैंगिग कमेटी और अनुशासनात्मक सेल का गठन किया गया है. अब कोई भी पुराने छात्र किसी नये छात्र से उसकी जाति नहीं पूछ सकते और न ही उनके साथ किसी भी तरह का अभद्र व्यवहार कर सकते हैं. यदि कोई छात्र या छात्राएं ऐसे किसी भी कार्य में संलिप्त पाये जायेंगे, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
प्राचार्य डॉ निर्मल कुमार ने बताया कि सभी छात्रों को सूचित कर दिया गया है कि नये छात्र काॅलेज में प्रवेश कर रहे हैं. हमें इन छात्रों को भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में बेहतर माहौल देना है. उन्होंने बताया कि एलुमिनाई परिषद व कॉलेज प्रशासन को सूचना मिली है कि कुछ विकास विरोधी तत्व सक्रिय हैं, जो जातिवाद करने व गलत मानसिकता को बढ़ावा देने के प्रयास में है. यह कदापि बरदाश्त नहीं किया जायेगा. लिहाजा सभी छात्र-छात्राओं को मजबूत एलिमुनाई नेटवर्क बना कर पर्सनल विकास करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. यह सूचना साइंस एंड टेक्नोलॉजी बिहार सरकार के निदेशक, कॉलेज वेबसाइट, सभी हॉस्टल व कॉलेज नोटिस बोर्ड, सभी हॉस्टल सुपरिडेंटेंट आदि को भेजी गयी है.
इस तरह की गतिविधि में शामिल छात्रों के खिलाफ होगी कार्रवाई
प्राचार्य ने बताया कि कॉलेज के नोटिस बोर्ड में ऐसे छात्र का नाम टांगा जायेगा और एलुमिनाई परिषद इसके खिलाफ कड़ा एक्शन लेगी. ऐसे छात्रों के अभिभावक को बुलाकर उसकी असामाजिक गतिविधि की शिकायत दर्ज करायी जायेगी. ऐसे छात्रों को कॉलेज से निष्कासित भी किया जा सकता है.
शाखावार रूम का होगा वितरण
छात्र परिषद ने 25 अगस्त 2016 तक बेहतर हॉस्टल लाइफ स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है. इसके तहत ब्रांच वाइज रूम वितरित करने की बात कही गयी है. यानी एक ब्रांच के छात्र एक जगह रहेंगे. यह व्यवस्था छात्राें को शैक्षणिक कार्यकलाप संपादित करने में मदद करेगा.
इसकी है मनाही
किसी भी नये छात्र की जाति पूछने की मनाही है. नये छात्र से संबंधित कॉलेज से डाटा व सूचना एकत्र करने पर पाबंदी है.
किसी भी नये छात्र को कॉलेज के बाहर जातिवादी गतिविधि में शामिल करने पर मनाही है.
जातिवाद करने वाले जगहों से ऐसे छात्र 30 सितंबर 2016 तक अपना रेसीडेंस बदल ले, अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहे.
नये छात्रों के जाति आधारित जमावाड़ा और फ्रेशर पार्टी के आयोजन पर भी पाबंदी है. कॉलेज में फ्रेशर पार्टी सिर्फ कॉलेज के विकास के लिए आयोजित करने की परंपरा है.
जाति आधिरित किसी पत्रिका, टी-शर्ट व लोगो प्रिंट करने पर मनाही है. इस पर नयी कमेटी की नजर रहेगी.