भागलपुर : श्रम अधिकारों पर मोदी सरकार के हमले के खिलाफ एवं स्टार्ट अप इंडिया के उद्घोष को रद्द करने सहित 14 सूत्री मांगों को लेकर केंद्रीय ट्रेड यूनियन का राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल 2 सितंबर को है. इसे सफल बनाने के लिए एटक, एक्टू, सीटू, एआइयूटीयूसी, आइएनटीयूसी एवं सेवा की ओर से एनएफटीइ कार्यालय में संयुक्त कन्वेंशन हुआ. कन्वेंशन में प्रस्ताव पारित कर बिहार सरकार से मांग की गयी कि निजी बिजली कंपनी से करार रद्द करें और फिर से राज्य विद्युत बोर्ड को कार्यभार सौंपा जाये. दूसरे प्रस्ताव में विश्वविद्यालय में चल रहे छात्रों के अनशन आंदोलन का समर्थन किया गया. वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार मजदूर विरोधी नीति को लागू कर रही है.
मोदी सरकार का हर कदम पूंजीपतियों और कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने वाला है. कन्वेंशन में निर्णय लिया गया कि दो सितंबर को आम हड़ताल को सफल बनाने के लिए प्रचार व जनसंपर्क अभियान चलाया जायेगा. कन्वेंशन में एटक के वीएन द्विवेदी, एक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एसके शर्मा, सीटू के मनोहर मंडल, सेवा की श्वेता चौबे, एटक के सुधीर शर्मा, भगवान दास, गणेश सिंह, मुकेश मुक्त, चंचल पंडित, मो चांद, गणेश पासवान, सीटू के विनय चौबे, विनोद मंडल, चंद्रशेखर सिंह, फूल कुमारी आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता सीटू के दशरथ प्रसाद, एटक के पदमाकर झा, एक्टू के सुरेश प्रसाद साह, सेवा की मुन्नी देवी ने संयुक्त रुप से की.