कटिहार में रिंग बांध टूटा, नवगछिया में सड़क बही

भागलपुर : मुंगेर, लखीसराय में जलस्तर घटने से थोड़ी राहत तो हुई लेकिन नवगछिया, भागलपुर और कटिहार में त्राहिमाम है. शनिवार को जहां कटिहार में रिंग बांध टूटने से कई नये इलाके में पानी घुस गया वहीं भागलपुर जिला टापू बन गया है. तीन दिन से एनएच-80 पर आवागमन बंद था ही, शनिवार को एनएच-31 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2016 3:14 AM

भागलपुर : मुंगेर, लखीसराय में जलस्तर घटने से थोड़ी राहत तो हुई लेकिन नवगछिया, भागलपुर और कटिहार में त्राहिमाम है. शनिवार को जहां कटिहार में रिंग बांध टूटने से कई नये इलाके में पानी घुस गया वहीं भागलपुर जिला टापू बन गया है. तीन दिन से एनएच-80 पर आवागमन बंद था ही, शनिवार को एनएच-31 से भी भागलपुर का संपर्क टूट गया. हालांकि 14 घंटे बाद छाेटे वाहनों का परिचालन शुरू कर केवल भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दिया गया है.

एनएच-31 पर भारी वाहनों का प्रवेश बंद : भागलपुर जिला टापू बन गया है. एनएच-80 पर आवागमन तो पहले से ही बंद था. शनिवार को एनएच-31 पर भी भारी वाहनों का प्रवेश बंद हो गया. इधर, कहलगांव रोड पर पानी बह रहा है. सुलतानगंज सड़क पर पानी बहने से संपर्क भंग है ही. रेलमार्ग पर खतरा को देखते हुए ट्रेनों की रफ्तार कम कर दी गयी है. धुलियान पैसेंजर को घोघा से लौटा दिया गया. नाथनगर में सुबह तीन बजे एक गर्भवती को अस्पताल लाया जा रहा था.
सुबह चार बजे बाढ़ के पानी में नाव पर ही महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया. बीडीओ ने उन्हें 15 हजार का चेक दिया. नवगछिया के नये इलाकों में फैला पानी: नवगछिया में कोसी और सीमांचल को मध्य बिहार से जोड़ने वाले विक्रमशिला सेतु का संपर्क पथ नवगछिया के परवत्ता थाना के जगतपुर गांव के पास गंगा में
कटिहार में रिंग…
आयी बाढ़ के पानी के दबाव के कारण शनिवार को टूट गया. आवागमन पूरी तरह से ठप है. मालूम हो कि शुक्रवार की रात सड़क जगतपुर के पास एक चौथाई हिस्सा कट गया. सूचना मिलने पर पहुंचे प्रशासनिक पदाधिकारियों ने अविलंब सड़क पर यातायात को रोक दिया है. सुबह से ही प्रशासनिक पदाधिकारियों के स्तर से कटाव को रोकने का प्रयास शुरू कर दिया गया था. यह सड़क कटाव का शिकार हो जाने के कारण कोसी,
सीमांचल का मध्य बिहार से संपर्क पूरी तरह से भंग हो गया है. सेतु पथ की सहायक सड़क तेतरी दुर्गा स्थान-जाह्नवी चौक सड़क चार दिन पहले ही टूट चुकी है. वहीं गुरुवार को गोपालपुर का गंगा प्रसाद बांध ध्वस्त होने से कई गांव बाढ़ प्रभावित हो गये हैं. गंगा नदी का पानी अनुमंडल मुख्यालय, कचहरी परिसर, नवगछिया उपकारा में घुस गया है.
उपकारा के बंदियों को शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा में शिफ्ट कर दिया गया है तो नवगछिया व्यवहार न्यायालय में भी आपातकालीन अवकाश की घोषणा की गयी है. बाढ़ का पानी नवगछिया शहर के नया टोला में प्रवेश कर गया है.
कुरसेला में दो लाख की आबादी दहशत में
कुरसेला के अखोरा बहियार पुराना बघौरा रेल लाइन के पास गुमटी टोला रिंग बांध शनिवार को कट गया. करीब दो लाख की आबादी पर बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है. बांध कटने के साथ ही दर्जन भर गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. दहशत से लोग गांव खाली कर माल-मवेशियों व सामान के साथ सुरक्षित स्थान की ओर पलायन कर रहे हैं. बांध कटने की सूचना मिलते ही डीएम ललन जी, एसपी सिद्धार्थ मोहन जैन सहित तमाम पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और वहां कैंप कर रहे हैं. एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य में जुटी है.
बांध कटने से करीब दो लाख की आबादी बाढ़ की चपेट में आ गयी है. इधर, जिला प्रशासन की ओर से आसपास के दर्जन भर गांवों में माइकिंग कर ग्रामीणों से शीघ्र गांव खाली करने का अनुरोध किया जा रहा है.
मनिहारी में ट्रैक पर दबाव
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार मनिहारी के सिग्नल टोला के पास रेलवे ट्रैक पर पानी का अत्यधिक दबाब बना हुआ है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अधिकारी रेलवे ट्रैक को बचाने के लिये डॉवेल आदि के जरिये बचाव कार्य में जुटे हैं. इधर काढ़ागोला प्रमंडल अंतर्गत सभी स्पर व तटबंध पर भी पानी का अत्यधिक दबाव बना हुआ है.
स्पर संख्या 2, 3, 12 में तेज हवा की वजह से क्रमश: 40 मीटर, 180 मीटर व 600 मीटर की लंबाई में क्षतिग्रस्त हो चुका है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार कुरसेला में कोसी नदी 2.03 मीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जबकि काढ़ागोला में गंगा नदी हाई लेवल से 13 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. वहीं कारी कोसी नदी व बरंडी नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

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