रजिस्टर में नहीं मिले गर्भवती के नाम
आपदा. एसीएमओ ने कहलगांव व पीरपैंती में किया मेडिकल शिविर का निरीक्षण एसीएमओ डॉ रामचंद्र प्रसाद बुधवार को कहलगांव व पीरपैंती प्रखंडों में चल रहे राहत सह मेिडकल शिविर का निरीक्षण करने पहुंचे. शहर के पास सिंचाई विभाग के परिसर में लगे शिविर में कई तरह की खामियां मिलीं. कहलगांव : शहर के पास सिंचाई […]
आपदा. एसीएमओ ने कहलगांव व पीरपैंती में किया मेडिकल शिविर का निरीक्षण
एसीएमओ डॉ रामचंद्र प्रसाद बुधवार को कहलगांव व पीरपैंती प्रखंडों में चल रहे राहत सह मेिडकल शिविर का निरीक्षण करने पहुंचे. शहर के पास सिंचाई विभाग के परिसर में लगे शिविर में कई तरह की खामियां मिलीं.
कहलगांव : शहर के पास सिंचाई विभाग के परिसर में बाढ़ पीड़ितों के लिए लगे राहत सह मेडिकल शिविर का बुधवार को भागलपुर से आये अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) डॉ रामचंद्र प्रसाद ने निरीक्षण किया. यहां के राहत शिविर में कहलगांव के सैदपुर कुलकुलिया और कागजी टोला के 78 परिवार रह रहे हैं. मेडिकल शिविर के रजिस्टर में गर्भवती महिलाओं के नाम नहीं थे. इसके अलावा और भी कई खामियां मिलीं. शिविर में मौजूद डाॅक्टर और नर्सों से एसीएमओ डॉ प्रसाद ने रजिस्टर पर मरीजों की उपस्थिति दर्शाने को कहा. सुबह होते ही सर्वे कर गर्भवती माहिलाओं के नाम भी रजिस्टर में दर्ज करने को कहा. डॉक्टर व नर्सों का बचाव करते हुए अनुमंडल अस्पताल के प्रबंधक राजू प्रधान ने कहा कि जिला से नौ बार फॉर्मेट चेंज हो चुका है. इसमे इनलोगों की गलती नहीं है.
आज भी करेंगे मेडिकल शिविरों का निरीक्षण
कहलगांव अनुमंडल में कुल 17 जगहों पर मेडिकल शिविर लगाये गये हैं. डॉ रामचंद्र प्रसाद सहायक विनोद कुमार सिंह व विवेक कुमार सिंह के साथ पहले पीरपैंती गये.पीरपैंती में मेडिकल कैंप बाढ़ के पानी में घिरे रहने के कारण वहां का निरीक्षण नहीं हो सका. वहां से लौटने के बाद कहलगांव के विभिन्न शिविरों का निरीक्षण किया. अनुमंडल अस्पताल पहुंच कर एसीएमओ ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में दवा की उपलब्धता की जानकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ लखन मुर्मू से ली. निरीक्षण टीम के सदस्य कहलगांव में ही रात्रि विश्राम करेंगे. गुरुवार को भी मेडिकल शिविरों का निरीक्षण करेंगे.
गर्भवती महिलाओं की शिकायत
सिंचाई विभाग परिसर स्थित शिविर में पिछले कई दिनों से रह रहीं गर्भवती महिला सुलेखा देवी, शिल्पा देवी, पुतुल देवी, मुन्नी देवी की शिकायत है कि डॉक्टर और नर्स उन्हें देखने नहीं आती हैं. इस हालत में भी खुद चलकर डॉक्टर के पास जाना पड़ता है. शिल्पा देवी कहती है कि शिविर में हर रोज चावल-दाल ही मिलता है, जो खाने से शरीर में सूजन हो रहा है. 23 अगस्त को बेटी को जन्म देने वाली प्रियंका देवी ने कहा कि मेरी बेटी के शरीर में फोड़ा निकल गया है. दवा नहीं मिली है. नर्स आती है और हाल-चाल पूछ कर चली जाती है. अनुदान की राशि भी अभी तक नहीं मिला है, क्योंकि मेडिकल शिविर के रजिस्टर में उसका नाम दर्ज नहीं किया गया है.
सीएस ने लिया स्वास्थ्य शिविर का जायजा : सुलतानगंज . बाढ़ राहत शिविर में स्वास्थ्य शिविर का जायजा सीएस डॉ विजय कुमार ने स्टेट से पहुंची टीम के साथ लिया. टीम में डॉ राम रतन, डॉ सज्जाद आदि थे. टीम के सदस्यों ने कहा कि स्वास्थ्य शिविर में दवा की कमी ना हो. रेफरल अस्पताल प्रभारी को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में चूना, गैमेक्सीन का छिड़काव में तेजी लाने का निर्देश दिया.