उतरने लगा बाढ़ का पानी अब बीमारियों का भय

महामारी व बीमारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बाहर के जिले से मंगाये 13 चिकित्सक, आधा दर्जन पैरा मेडिकल स्टॉफ जिले के विभिन्न स्वास्थ्य शिविरों की निगरानी के लिए एसीएमओ, एएसीएमओ व डीआइओ को बनाया गया नोडल पदाधिकारी भागलपुर : बाढ़ के दौर में टायफाइड, वायरल फीवर, डायरिया की बीमारियों ने लोगों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2016 6:06 AM

महामारी व बीमारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बाहर के जिले से मंगाये 13 चिकित्सक, आधा दर्जन पैरा मेडिकल स्टॉफ

जिले के विभिन्न स्वास्थ्य शिविरों की निगरानी के लिए एसीएमओ, एएसीएमओ व डीआइओ को बनाया गया नोडल पदाधिकारी
भागलपुर : बाढ़ के दौर में टायफाइड, वायरल फीवर, डायरिया की बीमारियों ने लोगों को परेशान कर रखा है तो अब बाढ़ के पानी के उतरने के साथ ही संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गयी है. इसी आशंका के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने पूरी व्यवस्था के ढीले पेंच को कसना शुरू कर दिया है.
बाढ़ राहत शिविरों से लेकर मायागंज हॉस्पिटल में आनेवाले मरीजों में सर्वाधिक संख्या डायरिया, खांसी, सर्दी-जुकाम, डेंगू, टायफाइड व वायरल फीवर के हैं. लेकिन बाढ़ के पानी उतरने व गरमी के बढ़ने के कारण डायरिया, डेंगू के बीमारों की संख्या आैर बढ़ सकती है.
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है. सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने बताया कि जिले में चल रहे विभिन्न स्वास्थ्य शिविर के लिए बाहर के जिले से 13 चिकित्सक एवं आधा दर्जन पैरा मेडिकल स्टॉफ मंगाये गये हैं. इसके लिए अकबरनगर से लेकर चंपानगर तक अगले दस दिन तक मोबाइल एंबुलेंस चलाया जा रहा है. यह व्यवस्था बुधवार से शुरू हो गयी है.

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