वाहन चेकिंग के समय पुलिसकर्मी लगायेंगे बॉडी कैमरा

चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी अपने शरीर पर कैमरा लगाकर रखेंगे वाहन चालक से होने वाली बातचीत रिकॉर्ड हो पहली खेप में 50 बॉडी कैमरा मंगवायी जायेगी, बाद में और मंगवाये जायेंगे कैमरे भागलपुर : वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस और पब्लिक द्वारा एक दूसरे पर अक्सर दुर्व्यवहार का आरोप लगाने की घटना को देखते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2016 6:14 AM

चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी अपने शरीर पर कैमरा लगाकर रखेंगे वाहन चालक से होने वाली बातचीत रिकॉर्ड हो

पहली खेप में 50 बॉडी कैमरा मंगवायी जायेगी, बाद में और मंगवाये जायेंगे कैमरे
भागलपुर : वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस और पब्लिक द्वारा एक दूसरे पर अक्सर दुर्व्यवहार का आरोप लगाने की घटना को देखते हुए एसएसपी मनोज कुमार ने वाहन चेकिंग करनेवाले पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरा उपलब्ध कराने का फैसला लिया है. वाहन चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी के शरीर पर कैमरा लगे होने से वाहन चालकों से होने वाली उनकी बातचीत की पूरी रिकॉर्डिंग
हो जायेगी.
ऐसा होने के बाद यह पता चल जायेगा कि वाहन चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी का आम लोगों से कैसा व्यवहार होता है. यह भी पता चल सकेगा कि वाहन चालकों से पुलिसकर्मी उचित पैसे ले रहे हैं या उससे ज्यादा. बॉडी कैमरा मिलने के बाद वाहन चेकिंग में पूरी तरह से पारदर्शिता आ जायेगी. पहली खेप में 50 बॉडी कैमरा खरीदी जायेगी उसके बाद और भी कैमरे खरीदे जायेंगे.
होता रहा है हंगामा, उठते रहे हैं सवाल : वाहन चेकिंग के दौरान कई थाना क्षेत्रों में हंगामा हो चुका है. कुछ थानाध्यक्षों पर ज्यादा पैसे वसूलने का भी आरोप लगाया गया. लोगों का पुलिस पर यह भी आरोप है कि वे वाहन चेकिंग के समय उनके साथ गलत व्यवहार करते हैं. इस तरह की शिकायत वरीय पुलिस अधिकारियों के पास भी पहुंची. इस तरह की शिकायत पर रोक लगाने के लिए ही वाहन चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी को बॉडी कैमरा लगाया जाना अनिवार्य किया जा रहा है.
वाहन चेकिंग में लोगों के साथ पुलिस के व्यवहार पर सवाल उठने पर एसएसपी ने उठाया कदम
मई में पुलिस को वसूली का मिला अधिकार
बिहार पुलिस को इस साल मई में वाहनों की चेकिंग और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर वाहन चालकों से जुर्माना वसूली का अधिकार मिला. इससे पहले तक यह अधिकार ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारी के पास था. पुलिस के पास यह अधिकार नहीं होने से भी लोगों को काफी परेशानी होती थी. वाहन तो पुलिस पकड़ती थी पर जुर्माना के लिए डीटीओ के पास भेजा जाता था जिसमें काफी समय लग जाता था. मई से अभी तक हजारों वाहनों की चेकिंग हो चुकी है जिसमें लाखों रुपये जुर्माना वसूला जा चुका है.
इतना लगेगा फाइन
बिना हेलमेट और आज्ञा का उल्लंघन होने पर " 600
इंश्योरेंस फेल होने या कागजात नहीं होने पर – 1000 रुपये तक
ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होने या उसके वेलिड नहीं होने पर – 500 रुपये तक
रजिस्ट्रेशन नहीं होने पर – 2000 से 3000 रुपये तक
गलत तरीके से ओवरटेक करने पर " 100 से " 300
फुटपाथ पर ड्राइविंग करने पर – 100 से 300 रुपये तक
ड्राइविंग के समय मोबाइल से बात करने पर – 100 से 300 रुपये तक
ड्रग्स या अलकोहल के नशे में ड्राइविंग पर " 2000
वाहन चलाते हुए ट्रैफिक को अवरुद्ध करने पर – 50 रुपये हर घंटे
आम लोगों की यह शिकायत रहती है कि वाहन चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते. कई बार पुलिस द्वारा ज्यादा पैसे लेने की भी शिकायत आती है. इस तरह की समस्या से निबटने के लिए वाहन चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरा लगाना अनिवार्य किया जायेगा. वाहन चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी और वाहन चालक के बीच की बातचीत की पूरी रिकॉर्डिंग रहेगी ताकि सच्चाई का पता चल सके. पहले खेप में 50 बॉडी कैमरा खरीदा जायेगा.
मनोज कुमार, वरीय पुलिस अधीक्षक, भागलपुर

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