नवजात को सामान्य से कम दी गयी थी दवा
भागलपुर : ओवरडोज देकर नवजात की मौत के आरोपों की प्रथम दृष्टया जांच में नवजात की मौत का कारण ओवरडोज नहीं, सामान्य से कम दवा दिये जाने की बात कही जा रही है. जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल के मुताबिक, ओवरडोज नहीं बल्कि सामान्य से कम डोज नवजात शिशु को दी गयी थी. शायद […]
भागलपुर : ओवरडोज देकर नवजात की मौत के आरोपों की प्रथम दृष्टया जांच में नवजात की मौत का कारण ओवरडोज नहीं, सामान्य से कम दवा दिये जाने की बात कही जा रही है. जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल के मुताबिक, ओवरडोज नहीं बल्कि सामान्य से कम डोज नवजात शिशु को दी गयी थी. शायद इसलिए उसकी मौत हो गयी होगी.
नवजात को सामान्य..
जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित
नवजात शिशु के मौत के कारणों को जांचने के लिए जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने चिकित्सकों की तीन सदस्यीय टीम का गठन कर दिया है. टीम में मेडिसिन विभाग के हेड डॉ केडी मंडल, सर्जरी विभाग के हेड डॉ उपेंद्र नाथ व एनेस्थेसिया विभाग के हेड डाॅ एनके वर्मा हैं.
यह था मामला
बिहपुर निवासी बाल कृष्ण कुमार की पत्नी कोमल देवी को 12 दिन पहले बच्चा पैदा हुआ था. बच्चे के शरीर पर दाने निकले तो उसे परिजनों ने जेएलएनएमसीएच के पीजी शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष (प्रो) डॉ आरके सिन्हा के नर्सिंग होम में 30 अगस्त की शाम करीब पांच बजे भरती कराया. बच्चे की तबीयत में सुधार न होने पर उसे दो सितंबर की रात आठ बजे जेएलएनएमसीएच के पीजी शिशु रोग विभाग के नीकू वार्ड में भरती कराया गया. परिजनों का आरोप है कि ओवरडोज इंजेक्शन देने के बाद ही नवजात शिशु की तबीयत बिगड़ने लगी और रविवार की शाम सात बजे उसकी मौत हो गयी.
तीन सदस्यीय टीम करेगी मामले की जांच