साइबर ठग गिरोह का सदस्य पकड़ाया

सफलता. पटना के सचिवालय थाना में दर्ज हुआ था मामला, पुलिस ने बैंक में बिछाया जाल बैंकों के दस्तावेज दुरुस्त करने या किसी लॉटरी में बड़े ईनाम का लालच देकर भोले-भाले लोगों को ठग कर फर्जी खाते में पैसा जमा कराने वाला साइबर गिरोह काफी सक्रिय हो गया है. साइबर ठग गिरोह का एक सदस्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2016 6:00 AM

सफलता. पटना के सचिवालय थाना में दर्ज हुआ था मामला, पुलिस ने बैंक में बिछाया जाल

बैंकों के दस्तावेज दुरुस्त करने या किसी लॉटरी में बड़े ईनाम का लालच देकर भोले-भाले लोगों को ठग कर फर्जी खाते में पैसा जमा कराने वाला साइबर गिरोह काफी सक्रिय हो गया है. साइबर ठग गिरोह का एक सदस्य को कहलगांव पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया.
कहलगांव : पटना के सचिवालय थाना में गत छह अप्रैल को ताहीर लेन गर्दनीबाग रोड नंबर 16 के धीरेंद्र कुमार ने एक आवेदन दिया था. उसने पुलिस को बताया कि एक व्यक्ति ने उसे फोन पर बताया कि आपके नाम से लॉटरी निकली है. आपको 25 लाख रुपये की एक फॉरच्यूनर कार मिलेगी. कुछ औपचारिकताएं पूरी करने के लिए आपको कुछ पैसे भेजने होंगे. उसके बताये अनुसार एक खाते में धीरेंद्र ने पहले एक लाख रुपये जमा किये. इसके बाद इंश्योरेंस,
रोड टैक्स, रजिस्ट्रेशन आदि के नाम पर कई किस्तों में लगभग 10 लाख 96 हजार आठ सौ रुपये अलग–अलग बैंकों में जमा कराये. अब तक उसे लॉटरी नहीं मिली है. फोन करने वाला व्यक्ति और पैसे जमा करने को कह रहा था. तब धीरेंद्र को लगा कि वह ठगी का शिकार हो गया है. सारे विवरण के साथ उसने सचिवालय थाना में मामला दर्ज कराया.
ऐसे आया पुलिस की गिरफ्त में
जमा कराये गये खाते में से एक बैंक ऑफ इंडिया की कहलगांव शाखा में था. सचिवालय थाना के एसआइ उदय कुमार सिंह को जांच में लगाया गया. उन्होने सभी खातों पर नजर रखनी शुरू की. उन्हें पता चला कि कहलगांव शाखा के रीप्ति शर्मा के नाम वाले खाते से एटीएम द्वारा पैसे निकाले गये हैं.
पुलिस ने बैंक से संकर्प कर इस खाते के एटीएम को ब्लाॅक कर दिया और ग्राहक को बैंक आकर उसे ठीक कराने को कहा गया. मंगलवार को एसआइ उदय कुमार सिंह और कहलगांव पुलिस के गुप्तचर सादे लिबास में नजर रखने लगे. एक 30–35 साल का युवक बैंक आया और रीप्ति शर्मा के नाम से वह आवेदन लिखने लगा. तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से रीप्ति शर्मा के नाम का खाता बरामद हुआ, जिस पर फोटो उसी का था. बैंक में हस्ताक्षर भी उसी का था.
गिरफ्तार युवक अकबरनगर थाना के भवनाथपुर गांव का
रीप्ति शर्मा के नाम से फर्जी खता खुलवाने वाले उस युवक ने पूछताछ में अपना असली नाम मंगल कुमार साह, पिता श्याम साह, घर अकबरनगर थाना क्षेत्र का भवनाथपुर बताया. उसने कहलगांव के दो युवक अजय तथा राजू को भी इसमें संलिप्तता बताया. मंगल ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उसने कुछ रुपयों में लालच में ऐसा किया. इस काम के लिए अभी तक उसे मा़त्र तीन हजार रुपये मिले हैं.
युवक के पास से बरामद सामान
पुलिस के अनुसार पकड़े गये ठग से दो मोबाइल फोन, एक एटीएम कार्ड, बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर के नाम रीप्ति शर्मा के नाम से मोबाइल नंबर बदलने का आवेदन तथा फर्जी पासबुक.
छह अप्रैल को ताहीर लेन गर्दनीबाग रोड नंबर 16 के धीरेंद्र कुमार ने दिया था थाना में आवेदन
ठग ने फोन से 25 लाख रुपये की एक कार की लॉटरी निकलने का दिया था झांसा
कार देने के लिए कई 10 लाख 96 हजार आठ सौ रुपये अलग–अलग बैंकों में जमा करा लिये

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