करोड़ों खर्च के बावजूद नवगछिया में जलप्रलय

गोपालपुर : नवगछिया अनुमंडल को बाढ़-कटाव से बचाने के नाम पर जल संसाधन विभाग हर साल करोड़ों की राशि खर्च करती है. इस साल भी गंगा-कोसी की बाढ़ व कटाव से नवगछिया को बचाने के नाम पर 30 जून तक लगभग 50 करोड़ की राशि से कटाव निरोधी कार्य कराया गया. पहली जुलाई से बाढ़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2016 6:01 AM

गोपालपुर : नवगछिया अनुमंडल को बाढ़-कटाव से बचाने के नाम पर जल संसाधन विभाग हर साल करोड़ों की राशि खर्च करती है. इस साल भी गंगा-कोसी की बाढ़ व कटाव से नवगछिया को बचाने के नाम पर 30 जून तक लगभग 50 करोड़ की राशि से कटाव निरोधी कार्य कराया गया.

पहली जुलाई से बाढ़ संघर्षात्मक कार्य (फ्लड फाइटिंग) के तहत जल संसाधन विभाग द्वारा करोड़ों की राशि खर्च की गयी. इतनी राशि खर्च करने और अभियंताओं की फौज तैनात करने के बाद भी नवगछिया को जलप्रलय से नहीं बचाया जा सका. गोपालपुर ,रंगरा चौक, इस्माइलपुर व नवगछिया प्रखंड व अनुमंडल मुख्यालय,

रेलवे लाइन तथा भागलपुर का लाइफ लाइन कहा जाने वाला विक्रमशिला सेतु पर भी जल प्रलय का असर पड़ा. जमीनदारी बांध का मात्र कुछ मीटर ध्वस्त होने पर ही नवगछिया में भारी तबाही मची. एक सप्ताह बाद भी जनजीवन पटरी पर नहीं लौट पायी है. लोगों को भोजन तो दूर शुद्ध पानी भी नहीं मिल रहा है. पशुओं को चारा नहीं मिल रहा है.

सभी स्परों की हालत जर्जर है. स्परों पर कटाव की आशंका को देखते हुए बालू भरी बोरियां वहां रखी जा रही हैं. कैंप कार्यालय में मौजूद कार्यपालक अभियंता ई वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि विभाग द्वारा चौकसी बरती जा रही है. स्पर पांच से लेकर लक्ष्मीपुर तक लगभग दस किलोमीटर लंबा जमीनदारी बांध की स्थिति भी काफी बदतर हो गयी है.

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