राहत राशि का चक्कर, अस्पताल को बोल रहीं ‘ना’

बाढ़ . राहत शिविर में रहनेवाली गर्भवती महिलाएं चाह रही शिविर में ही हो उनका प्रसव शासन द्वारा बाढ़ प्रभावित गर्भवती महिलाओं को प्रसव बाद दी जाने आर्थिक सहायता (मुख्यमंत्री बाढ़ राहत योजना का लाभ) के चक्कर में गर्भवती महिलाएं अपनी जान को दांव पर लगा रही हैं. जिस कारण उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2016 6:06 AM

बाढ़ . राहत शिविर में रहनेवाली गर्भवती महिलाएं चाह रही शिविर में ही हो उनका प्रसव

शासन द्वारा बाढ़ प्रभावित गर्भवती महिलाओं को प्रसव बाद दी जाने आर्थिक सहायता (मुख्यमंत्री बाढ़ राहत योजना का लाभ) के चक्कर में गर्भवती महिलाएं अपनी जान को दांव पर लगा रही हैं. जिस कारण उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
भागलपुर : आलम यह है कि आर्थिक सहायता हासिल करने के चक्कर में गर्भवती महिलाएं अस्पताल ले जाने के लिए दरवाजे पर खड़े एंबुलेंस एवं आशा को ना बोल रही हैं.
गौरतलब हो कि जिले में 279 महिलाएं गर्भवती महिलाएं है जिनकी डिलेवरी डेट अगले एक सप्ताह तक है. इनमें से 13 महिलाओं को अब तक सरकारी अस्पतालों में भरती करा दिया गया है. जेएलएनएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए लायी नवगछिया क्षेत्र की एक आशा कार्यकर्ता ने बताया कि वे बाढ़ प्रभावित महिला को प्रसव के लिए सदर अस्पताल ले जाना चाह रही थी. यहां तक एंबुलेंस भी बुला लिया गया लेकिन उसने अस्पताल जाने से इंकार कर दिया. सबौर हाई स्कूल या नाथनगर क्षेत्र में चल रहे शिविर में पंजीकृत करीब एक दर्जन गर्भवती महिलाएं हैं
जो अपना प्रसव शिविर में ही कराना चाह रही हैं. जबकि बाढ़ प्रभावित महिलाओं को सरकारी अस्पताल में भी प्रसव होने पर उन्हें योजना का लाभ मिलेगा.
इनको मिलेगा मुख्यमंत्री बाढ़ राहत योजना का लाभ. सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार बताते हैं कि मुख्यमंत्री बाढ़ राहत योजना का लाभ बाढ़ प्रभावित गर्भवती महिलाओं को मिलेगा जिनकी डिलिवरी राहत शिविर में हुई हो. या फिर उनका राहत शिविर में पंजीकरण हो और उनकी डिलिवरी सरकारी अस्पताल में हुई हो. इसके अलावा उन गर्भवती महिलाओं को भी मिलेगा जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसी हुई है
और प्रसव कराने के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ या फिर सरकारी नाव से उसे रेस्क्यू के जरिये सरकारी अस्पताल पहुंचाकर डिलिवरी करायी गयी या फिर रेस्क्यू के दौरान ही उसकी डिलिवरी हो गयी तो उसे भी इस योजना का लाभ मिलेगा. इस योजना के तहत बेटी पैदा होने पर 15 हजार रुपये और बेटा पैदा होने पर 10 हजार रुपये का चेक मौके पर ही प्रदान किया जायेगा.
तीन महिलाओं को दिया गया योजना का लाभ. नारायणपुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र अमरी विशनपुर गांव निवासिनी कंचन देवी (25 वर्ष) को प्रसव दर्द होने पर उसे हवाई अड्डा स्थित राहत शिविर से मायागंज हॉस्पिटल पहुंचाया गया.
जहां उसने बेटी को जन्म दिया. इसी तरह साहू परबत्ता, इस्माइलपुर निवासिनी गुंजन देवी पति राजू मंडल व पूनम देवी बबलू मंडल को राजमंगल टोला स्थित बाढ़ राहत शिविर से सदर अस्पताल में प्रसव के लिए लाया गया था. जहां दोनों ने बेटी को जन्म दिया. तीनों गर्भवती महिलाओं को शनिवार को सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार एवं डीपीएम फैजान अशरफी आलम ने 15-15 हजार रुपये का चेक प्रदान किया.

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