टीएमबीयू: बीएड व सीबीसीएस पर तसवीर साफ नहीं, राजभवन में अटके हैं सपने

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों के सपने राजभवन में अटक गये हैं. बीएड में प्रवेश पाने के लिए हजारों छात्र कई महीनों से आवेदन जमा कर विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश परीक्षा की तिथि जारी करने का इंतजार कर रहे हैं. परीक्षा तिथि की जानकारी के लिए कभी विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को पूछने जाते हैं, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2016 9:22 AM
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों के सपने राजभवन में अटक गये हैं. बीएड में प्रवेश पाने के लिए हजारों छात्र कई महीनों से आवेदन जमा कर विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश परीक्षा की तिथि जारी करने का इंतजार कर रहे हैं. परीक्षा तिथि की जानकारी के लिए कभी विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को पूछने जाते हैं, तो कभी शिक्षकों से. सर्वाधिक वैसे छात्र प्राइवेट कॉलेजों में दाखिला के लिए नहीं जा रहे, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं.

उन्हें उम्मीद है कि भागलपुर विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर नामांकन करायेंगे, तो निर्धारित राशि ही खर्च करनी होगी. लेकिन बीएड की प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की अनुमति राजभवन से नहीं मिल रही है. यह मामला कोर्ट में भी लंबित है. दूसरी ओर विश्वविद्यालय ने च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम स्नातकोत्तर विभागों में लागू करने का निर्णय लिया है. लेकिन यह तब तक लागू नहीं हो सकता, जबतक कि राजभवन की अनुमति नहीं मिल जाती. इस कारण असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि नये सिलंबस
के आधार पर इस बार पीजी में नामांकन होगा या फिर पिछले साल की तरह ही.
अब करना पड़ सकता है नये साल का इंतजार
तिलाकामांझी भागलपुर विवि के तहत सत्र 2016-17 के लिए बीएड प्रवेश परीक्षा अधर में लटक गया है. प्रवेश परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को अब नये साल तक इंतजार करना पड़ सकता हैं. अप्रैल में प्रवेश परीक्षा को लेकर कोर्ट ने निर्णय को सुरक्षित रखा था. विवि द्वारा प्रवेश परीक्षा की तिथि जारी किये हुए पांच माह बीत चुका है. दूसरी ओर जिले के 11 निजी बीएड कॉलेजों में नये सत्र के तहत नामांकन फुल हो चुका है. पठन-पाठन भी आरंभ हो गये हैं. विवि में बीएड प्रवेश परीक्षा को लेकर फॉर्म भर चुके छात्रों के बीच असमंजस की स्थिति है. विवि प्रशासन का कहना है कि उन्हें कोर्ट के आदेश का इंतजार है.
सीबीसीएस के लिए कई प्रक्रियाएं पूरी
पीजी सेमेस्टर टू से शुरू होने वाले सीबीसीएस को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए 16 पीजी विभागों में नोडल केंद्र बनाये जा चुके हैं. विवि में अलग-अलग विषयों के 34 पीजी विभाग है. फिलहाल 16 पीजी विभागों में ही सीबीसीएस की पढ़ाई शुरू होने जा रही है. इसके लिए सिलेबस तैयार किया जा चुका है और इसे एकेडमिक काउंसिल से पारित कर राजभवन को भेजा जा चुका है.

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