शहाबुद्दीन के प्रश्न पर भड़के तेजस्वी, विरोधियों को लिया आड़े हाथों
भागलपुर : जनसंवाद कार्यक्रम में प्रमंडलीय दौरे पर पहली बार भागलपुर आये डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा कि उन्हें विपक्ष की नहीं, विकास की परवाह है. विपक्षी पार्टी एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि पुराने दौर से अभी तक वे उभरना नहीं चाहते हैं. चुनाव में छोटे मोदी(सुशील मोदी) से लेकर […]
भागलपुर : जनसंवाद कार्यक्रम में प्रमंडलीय दौरे पर पहली बार भागलपुर आये डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा कि उन्हें विपक्ष की नहीं, विकास की परवाह है. विपक्षी पार्टी एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि पुराने दौर से अभी तक वे उभरना नहीं चाहते हैं. चुनाव में छोटे मोदी(सुशील मोदी) से लेकर प्रधानमंत्री ने उनके परिवार के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया. उनमें अभी तक सुधार नहीं आया है. हमेशा दूसरों की छवि बिगाड़ने में लगे रहते हैं. मैं अभी उनसे उलझना नहीं चाहता हूं. समय आने पर जवाब दूंगा. मीडिया से बातचीत में डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर काम करते हैं तो फीडबैक लेना भी जरूरी है.
बिहार को बदनाम करने की साजिश
तेजस्वी यादव ने शहाबुद्दीन के मामले पर पत्रकारों से बातचीत में कड़े तेवर दिखाये. तेजस्वी ने कहा कि शहाबुद्दीन को जमानत मिलना कोई पहला मामला तो नहीं है. भाजपा के अमित शाह की ओर इशारा कर तेजस्वी ने कहा कि उनपर भी गंभीर आरोप थे, अदालत ने उन्हें बरी किया तो भाजपा अपील में क्यों नहीं गयी. तेजस्वी ने कहा कि असीमानंद मामले में विपक्ष चुप क्यों है. अनंत सिंह पर हुई कार्रवाई पर भाजपा की बोली क्यों नहीं निकलती है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा तेज प्रताप को भेजे गये नोटिस पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में नोटिस का जवाब दिया जायेगा. तेजस्वी ने कहा कि शहाबुद्दीन के मामले को विरोध दल के नेता जानबुझकर हौवा बना रहे हैं. बिहार को बदनाम करने की साजिश हो रही है.
बिहार में विकास हो रहा है, राज्य का भविष्य बेहतर-तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि महागंठबंधन की सरकार का 10 माह पूरा होनेवाला है. जिस दिशा में काम चल रहा है, उससे राज्य का भविष्य बेहतर होगा. उन्होंने विपक्ष के नेता सुशील मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह हमेशा बड़े मियां छोटे मियां कहते रहते हैं. जबकि वे खुद अफवाह मियां हैं. उनकी पार्टी कहती है कि बिहार में जंगलराज है. जबकि गृह मंत्रालय के क्राइम रिकार्ड में राज्य का 22 वां स्थान है. भाजपा शासित राज्य महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और दिल्ली, जहां गृह मंत्रालय के अंतर्गत पुलिस है, की स्थिति किसी से छुपी हुई नहीं है. उन्होंने बताया कि बिहार बिजनेस के मामले में नवंबर वन है. उन्होंने कहा कि बीजेपी, आरएसएस के प्रदेश स्तरीय नेता उनके परिवार व पार्टी के खिलाफ सक्रिय रहते हैं.