बाढ़ राहत के लिए प्रखंड कार्यालय में प्रदर्शन

कहलगांव : प्रखंड की मोहनपुर गोघट्टा पंचायत के बाढ़पीड़ित परिवारों ने बाढ़ राहत की मांग को लेकर गुरुवार को प्रखंड सह अंचल कार्यालय में प्रदर्शन किया. लोग बीडीओ व सीओ को प्रखंड परिसर में घेर कर नारे लगाने लगे. बाढ़ प्रभावित गांव बुद्धूचक, कचहरिया, गोघट्टा के दर्जनों बाढ़पीड़ितों का आरोप था कि पंचायत के मुखिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 30, 2016 3:54 AM

कहलगांव : प्रखंड की मोहनपुर गोघट्टा पंचायत के बाढ़पीड़ित परिवारों ने बाढ़ राहत की मांग को लेकर गुरुवार को प्रखंड सह अंचल कार्यालय में प्रदर्शन किया. लोग बीडीओ व सीओ को प्रखंड परिसर में घेर कर नारे लगाने लगे. बाढ़ प्रभावित गांव बुद्धूचक, कचहरिया, गोघट्टा के दर्जनों बाढ़पीड़ितों का आरोप था कि पंचायत के मुखिया विनय कुमार मंडल ने सिर्फ अपने गांव के बाढ़ पीड़ितों के बीच ही राहत सामग्री बंटवायी. अन्य पीड़ित परिवारों को राहत के नाम पर एक-दो दिन का भोजन ही दिया गया.

अभी भी गांव व खेत में बाढ़ का पानी फंसा हुआ है. बाढ़ के समय लगभग तीन हजार बाढ़पीड़ितों को प्रशासन की और से चिह्नित किया गया था. लेकिन, सिर्फ डेढ़ हजार लोगों के बीच ही राहत सामग्री का वितरण हुआ. वह भी मुखिया के गांव के लोगों के बीच ही. अब जबकि बाढ़ राहत राशि मिलने की बात हो रही है तो मुखिया अपने विरोधियों के नाम राहत लिस्ट से गायब कर रहे हैं. ग्रामीण मनोज रजक, विश्वजीत कुमार,योगेश कुमार, निखिल रंजन झा, कैलाश मंडल, मनोज ठाकुर ने कहा कि बीडीओ व सीओ जांच के बाद ही सही लाभुकों के बीच राहत राशि वितरण करायें. साथ ही बिचौलिये से भी सावधान रहें.

बीडीओ-सीओ ने दिश आश्वासन : ग्रामीणों को बीडीओ रज्जन लाल निगम व सीओ राधामोहन सिंह ने आश्वासन दिया कि राहत राशि वितरण में बिचौलिये की नहीं चलेगी. चिह्नित किये गये सभी बाढ़पीड़ित परिवारों के बैंक खाते में एक-दो दिन में राशि भेज दी जायेगी. इसके बाद बाढ़पीड़ित शांत हुए.
कहते हैं मुखिया : मोहनपुर गोघट्टा के मुखिया विनय कुमार ने ग्रामीणों के आरोप को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि सीओ व बीडीओ ने ही सिर्फ 1040 बाढ़पीड़ितों को राहत सामग्री देने के बाद बंद करवा दिया और कहा कि अब सभी बाढ़पीड़ितों को जेनरल राहत सामग्री मिलेगी. मैं इसका विरोध भी किया था.

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