बुजुर्गों को समाज में भगवान का दर्जा

भागलपुर : अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस पर शनिवार को मुसलिम एजुकेशन कमेटी की ओर से मुसलिम हाइस्कूल स्थित एमइसी हॉल में राष्ट्रीय सेमिनार हुआ. कार्यक्रम का विषय भारतीय परिप्रेक्ष्य में बुजुर्गों की स्थिति, समस्या, चुनौतियां व समाधान रखा गया था. मौके प्रतिकुलपति प्रो एके राय ने कहा कि भारतीय संस्कृति में माता-पिता व गुरु को भगवान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 2, 2016 4:04 AM

भागलपुर : अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस पर शनिवार को मुसलिम एजुकेशन कमेटी की ओर से मुसलिम हाइस्कूल स्थित एमइसी हॉल में राष्ट्रीय सेमिनार हुआ. कार्यक्रम का विषय भारतीय परिप्रेक्ष्य में बुजुर्गों की स्थिति, समस्या, चुनौतियां व समाधान रखा गया था. मौके प्रतिकुलपति प्रो एके राय ने कहा कि भारतीय संस्कृति में माता-पिता व गुरु को भगवान माना गया है. यह सभी बुजुर्गों में शुमार है. बुजुर्गों को समाज में भगवान का दर्जा प्राप्त है.

डॉ फारूक अली ने कहा कि नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण जीवन जीने का अधिकार है. बुजुर्गों को इससे वंचित नहीं किया जाना चाहिए. प्रो प्रभु नारायण मंडल ने कहा कि बुढ़ापा को जीवन की शाम माना गया है. क्योंकि मानव जीवन अनमोल है. इस दौरान स्मारिका का विमोचन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डीएसडब्ल्यू डॉ उपेंद्र साह ने की.

आगत अतिथियों का स्वागत डॉ रेणु रानी जायसवाल ने किया. मंच संचालन डॉ नवोदिता प्रियदर्शनी व धन्यवाद ज्ञापन डॉ दीपक कुमार दिनकर ने किया. मौके पर डॉ हेमशंकर शर्मा, इंजीनियर मो इसलाम, अब्दुल बारी, डॉ जय प्रकाश, डॉ केसी मिश्रा, डॉ शाहिदा खानम, डॉ सुधांशु शेखर आदि उपस्थित थे.

अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस पर दो सम्मानित: साहित्य सफर संस्था ने प्रगति शिक्षण संस्थान मंदरोजा में वृद्धावस्था आैर हमारा सामाजिक दायित्व विषयक परिचर्चा का आयोजन किया. इस अवसर पर मथुरा नाथ रानीपुरी व बच्चू चौधरी अकेला को आस्था सम्मान से सम्मानित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जगतराम साह कर्णपुरी ने की. मौके पर कपिलदेव रंग, जयनंदन मंडल, शांति रमण, रंजन कुमार राय, अजय शंकर प्रसाद, प्रेम कुमार सिंह, दिलीप दास, मृत्युंजय प्रसाद साह माैजूद रहे.

Next Article

Exit mobile version