तोमर को डिग्री देने का मामला पिछले वर्ष मई में प्रकाश में आया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने तोमर की लॉ डिग्री की जांच शुरू की. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासन पर हकीकत बताने का दबाव बढ़ा, तो विवि प्रशासन ने एक आंतरिक जांच कमेटी गठित कर जांच शुरू करायी. सूत्र बताते हैं कि कमेटी ने कई माह पहले ही 14 कर्मियों को डिग्री जारी करने में संलिप्त पाया था. लेकिन उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जा रही थी.
जब पिछले माह दिल्ली पुलिस एक बार फिर धमक गयी, तो विश्वविद्यालय ने परीक्षा बोर्ड व अनुशासनात्मक कमेटी की बैठक कर कार्रवाई सुनिश्चित करने का फैसला लिया. एक अक्तूबर को अनुशासनात्मक कमेटी की बैठक आयोजित की गयी. इसमें फैसला हुआ कि तोमर के अलावा विवि के 14 कर्मियों से शोकॉज किया जायेगा. लेकिन उस दिन शोकॉज नहीं किया गया. इसके बाद दुर्गापूजा व मुहर्रम की छुट्टी हो गयी. विवि खुलने पर शुक्रवार को कर्मियों से शोकॉज किया गया.