गुरु पेशेवर, शिष्य भी उसी रास्ते
एसएम कॉलेज. 68वें स्थापना दिवस पर रंगारंग कार्यक्रम, बोले कमिश्नर भागलपुर : प्रमंडलीय आयुक्त अजय कुमार चौधरी ने कहा कि गुरु पेशेवर बनते जा रहे हैं. शिष्य भी उसी रास्ते पर चल रहे हैं. शिक्षा के स्तर में लगातार गिरावट आ रही है. पीएचडी, किताब लिखने व बड़े पद पर कार्यरत रहने से कोई बड़ा […]
एसएम कॉलेज. 68वें स्थापना दिवस पर रंगारंग कार्यक्रम, बोले कमिश्नर
भागलपुर : प्रमंडलीय आयुक्त अजय कुमार चौधरी ने कहा कि गुरु पेशेवर बनते जा रहे हैं. शिष्य भी उसी रास्ते पर चल रहे हैं. शिक्षा के स्तर में लगातार गिरावट आ रही है. पीएचडी, किताब लिखने व बड़े पद पर कार्यरत रहने से कोई बड़ा नहीं होता है, बल्कि अच्छे इनसान बन कर समाज के काम आने वाले व्यक्ति आगे बढ़ते हैं. समाज वैसे ही लोगों का नाम याद रखता है, जो अपने ज्ञान को समाज में बांटा है. शिक्षक व डॉक्टर अपने नैतिक मूल्यों से भटक गये है.
वह गुरुवार को एसएम कॉलेज के 68वां स्थापना दिवस के सांस्कृतिक कार्यक्रम के उद्घाटन मौके पर बोल रहे थे. आयुक्त श्री चौधरी ने कहा कि भारतीय शिक्षा व्यवस्था में गिरावट आ रही है. प्राइमरी स्तर पर बच्चों को मिलने वाली शिक्षा पिछड़ गयी है. बच्चों को बेसिक जानकारी नहीं मिल रही है. लिहाजा उच्चतर शिक्षा में ऐसे छात्रों को कठिनाई होती है.स्कूल या फिर कॉलेज के शिक्षक काेचिंग में पढ़ाई कराने में लगे हैं. छात्र शैक्षणिक संस्थान छोड़ कोचिंग में ही पढ़ाई करने में लगे हैं. उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि पढ़ाई के साथ-साथ अच्छे इनसान बने. समाज में शिक्षा की रोशनी फैलाये.
कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे ने कहा कि एसएम कॉलेज का गौरवशाली इतिहास रहा है. यहां से पास आउट छात्राएं देश व विदेश में परचम लहरा रही है. कॉलेज के क्षेत्र में प्राचार्या डॉ मीना रानी के द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में एसएम कॉलेज राज्य का नंबर वन बनने के दौड़ में होगा.
आगत अतिथियों का स्वागत कॉलेज की प्राचार्या डॉ मीना रानी ने किया. इस दौरान कॉलेज से संबंधित पत्रिका का विमोचन भी किया गया. कॉलेज के सेवा निवृत शिक्षक व कर्मचारी को सम्मानित किया गया. मंच संचालन डॉ आशा ओझा व डॉ आरती सिन्हा ने किया. मौके पर डॉ दामोदर ठाकुर, प्रो अखिलेश शर्मा, डॉ आरपी सिंह, डॉ अर्चना ठाकुर, डॉ नीलम कुमारी, डॉ नूसरत युनूस, डॉ सुनील तिवारी, डॉ नीलम महतो, डॉ माला सिन्हा, डॉ मधुलिका सहाय, डॉ राजीव कुमार सिंह, डॉ रमन सिन्हा, डॉ रवि, दीपक वर्मा आदि उपस्थित थे.