अटका बाइपास का निर्माण कार्य
स्थायी बाइपास निर्माण को लेकर बिजली फ्रेंचाइजी कंपनी व निर्माण कार्य एजेंसी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रही है. ब्रजेश भागलपुर : लगभग 230.70 करोड़ से बन रहे स्थायी बाइपास निर्माण में फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल बाधक बनी है. कार्य एजेंसी जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट इसकी लिखित शिकायत चीफ सेक्रेटरी से करेंगे. उन्हें अवगत करायेंगे कि […]
स्थायी बाइपास निर्माण को लेकर बिजली फ्रेंचाइजी कंपनी व निर्माण कार्य एजेंसी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रही है.
ब्रजेश
भागलपुर : लगभग 230.70 करोड़ से बन रहे स्थायी बाइपास निर्माण में फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल बाधक बनी है. कार्य एजेंसी जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट इसकी लिखित शिकायत चीफ सेक्रेटरी से करेंगे. उन्हें अवगत करायेंगे कि बाइपास का प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं हुआ, तो इसका कारण बीइडीसीपीएल होगा. कार्य एजेंसी के अधिकारी ने फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि लाइन शिफ्टिंग के लिए सुपरविजन चार्ज लगभग 44 लाख रुपये लिया है, मगर खुद से तैयार किया गया इंफ्रास्ट्रक्चर को चालू करने में वे नौटंकी कर रहे हैं. उन्होंने नियम का हवाला देकर बताया कि लाइन शिफ्टिंग कार्य के तहत जब नया इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जा रहा था, तो इस दौरान कंपनी के इंजीनियर अनुपस्थित रहे.
अब जब इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार है, तो इसको चार्ज (कनेक्शन)करने में नौटंकी कर रही है. उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत डीडीसी अमित कुमार से की है. इधर, दीवाली के बाद बाइपास के कार्य एजेंसी और बीइडीसीपीएल दोनों डीडीसी की बैठक में आमने-सामने होंगे और मामले को सुलझाया जायेगा.
क्या है मामला
स्टेट हाइवे 19 पर सेंट टेरेसा के नजदीक बाइपास के लिए ह्वेकील अंडरपास निर्माणाधीन है. इसके लिए लाइन शिफ्टिंग कार्य होना है. लाइन शिफ्टिंग के लिए बीइडीसीपीएल को सुपरविजन चार्ज लगभग 44 लाख रुपये दिया गया है. लाइन शिफ्टिंग कार्य के तहत 33 व 11 केवीए लाइन का नया इंफ्रास्ट्रक्चर भी खुद से तैयार किया है.
पहले तो लिखित मांग पर भी लाइन चार्ज (कनेक्शन) करने के लिए शट डाउन नहीं मिल रहा था. गुरुवार को शट डाउन मिला तो, 11 केवीए नयी लाइन का कनेक्शन किया. मगर, 33 केवीए की नयी लाइन का कनेक्शन नहीं किया है.