बनारस घाट की तरह लकड़ी के चूल्हे पर दाह-संस्कार की व्यवस्था होगी.
भागलपुर : बनारस घाट पर जिस तरह लकड़ी के चूल्हें पर दाह-संस्कार किया जाता है और जिस तरह वहां मोक्ष धाम बना है,उसी के तर्ज पर भागलपुर के बरारी घाट स्थित श्मशान घाट पर मोक्ष घाम का निर्माण होगा. यहां शव को जलाने के लिए न अधिक लकड़ी की आवश्यकता होगी,न ही बारिश और कड़ाके […]
भागलपुर : बनारस घाट पर जिस तरह लकड़ी के चूल्हें पर दाह-संस्कार किया जाता है और जिस तरह वहां मोक्ष धाम बना है,उसी के तर्ज पर भागलपुर के बरारी घाट स्थित श्मशान घाट पर मोक्ष घाम का निर्माण होगा. यहां शव को जलाने के लिए न अधिक लकड़ी की आवश्यकता होगी,न ही बारिश और कड़ाके की ठंढ में ठिठुरने की जरूरत होगी.
शुक्रवार को एनबीसीसी प्राइवेट इंडिया लिमिटेड श्मशान घाट में दस सीट वाली लकड़ी की मशीन वाले चूल्हे का निर्माण करायेगी. इस चूल्हे की खासियत होगी कि इसमें सही तरीके व कम लकड़ी को डाला जायेगा. उसके नीचे लंबे प्लेट पर शव को रख-कर उस चूल्हे के अंदर दिया जायेगा. लकड़ी से निकला धुआ चिमनी के सहारे ऊपर चला जायेगा.
इसके राख से कोई साइड इफैक्ट भी नहीं होगा. इसमें समय के साथ लकड़ी की भी बचत होगी. इसके निर्माण कार्य को लेकर कंपनी के अपर परियोजना प्रबंधक सुमन पंता ने शुक्रवार को निगम कार्यालय आकर नगर आयुक्त अवनीश कुमार सिंह से मुलाकात कर उन्हें कंपनी के बारे में जानकारी दी. गंगा स्वच्छ अभियान के तहत यह कंपनी अपना काम कर रही है.