कई गंगा घाट खतरनाक, सुविधाएं नगण्य

छठ पूजा गंगा घाटों पर फिसलन, बाढ- कटाव से घाट हुए खतरनाक, गंगा स्नान के लिए पहुंचने लगे हैं व्रती कहलगांव : बाढ़-कटाव ने इस बार गंगा घाटों को कहीं का नहीं छोड़ा है. गंगा घाट को स्पर्श करती सीढ़ियों पर फिसलन मिट‍्टी का खतरनाक फैलाव है.शेष तटीय इलाका भी कटाव की जद में आने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 2, 2016 3:32 AM

छठ पूजा गंगा घाटों पर फिसलन, बाढ- कटाव से घाट हुए खतरनाक, गंगा स्नान के लिए पहुंचने लगे हैं व्रती

कहलगांव : बाढ़-कटाव ने इस बार गंगा घाटों को कहीं का नहीं छोड़ा है. गंगा घाट को स्पर्श करती सीढ़ियों पर फिसलन मिट‍्टी का खतरनाक फैलाव है.शेष तटीय इलाका भी कटाव की जद में आने से उबड़-खाबड़ व खतरनाक है. छठ की बात दूर श्रद्धालु यहां श्रद्धा की डुबकी लगाने से भी घबरा रहे हैं. इसकी चिंता न स्थानीय प्रशासन को है और न ही नपं कहलगांव को. पिछले कई दिनों से मुख्य गंगा घाटों को छोड़ कर विधायक के घर के पास काली घाट स्थित सीढ़ी की सफाई में दो वार्ड पार्षद नपं के आधा दर्जन मजदूरों को लेकर भिड़े हैं. मंगलवार को आधे घंटे के लिए जेसीबी लगाया गया. वह भी तट की अवस्था से हार मान थोड़ी मिट्टी कटाई के बाद चारों धाम घाट की सफाई करने चला गया.
बाढ़-कटाव से कहलगांव स्थित गंगा का तटीय इलाका लगभग एक किमी उबड़-खाबड़ एवं खतरनाक अवस्था में तब्दील है. राज घाट स्थित सीढ़ियों का टूट कर गंगा में समाना प्रति वर्ष जारी है. राज घाट की बाये ओर कटाव से अरसे से छठ व्रती उक्त घाट पर उतरते ही नहीं है. दाये ओर की सीढ़ी घाट की भी स्थित कटाव के कारण खतरनाक हो चुकी है.
इस स्थल से चारो धाम घाट तक न मजदूर और न ही जेसीबी से घाट बनाया जा सकता है. पिछले पांच वर्षों में राज घाट की कुल नौ सीढ़ियां गंगा में समा चुकी है. पिछले वर्ष एनटीपीसी ने कुछ टूटी सीढ़ियों का निर्माण कराया था. नपं इन टूटती सीढ़ियों के प्रति कभी गंभीर नहीं रहा है. छठ पूजा में गंगा के तट पर लगभग 50 हजार छठ व्रती सहित श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है. आगामी छह नवंबर को संध्या अर्ध्य है. इतने कम दिनों में नपं खतरनाक घाटों की स्थिति सुधार पायेगा, इसको लेकर नगरवासियों में आक्रोश है.
पूर्व प्रत्याशी सह लोजपा नेता नीरज मंडल, भाजपा के गौतम चौधरी, रमेश सहनी, रंजित सहनी सहित दर्जनों लोगों ने अनुमंडल प्रशासन से मांग की है कि छठ पर्व को देखते हुए शीघ्र खतरनाक हो चुके गंगा घाटों की मरम्मत व सफाई करायी जाये. राज घाट की सीढ़ियों से सटे नाले को भी अन्यत्र ले जाने की मांग की है. अनुमंडल पदाधिकारी अरुणाभ चन्द्र वर्मा ने कहा कि शीघ्र घाटों की सफाई कराई जायेगी. छठ पर्व के पहले राज घाट, सती घाट, चारों धाम घाट एवं बाबू टोला घाट की मरम्मत तथा सफाई के लिए नगर पंचायत को कहा गया है.
छह को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देंगे श्रद्धालु
छठ घाट पर दलदल, गंदगी का अंबार : अकबरनगर. दलदल और गंदगी का ढेर अकबरनगर के सभी गंगा घाट पर है. यह स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय बना है. प्रशासन ने अबतक घाट का न निरीक्षण किया न ही छठ को लेकर घाटों की साफ सफाई कराने की कोई योजना बनायी है. स्थानीय लोगों ने ज्ञापन सीओ, बीडीओ को देने की बात कही हैै.
क्षेत्र के अमिया घाट जाने वाली सड़क काफी जर्जर है. इस पथ पर बाढ़ के पानी से बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं. खैरैहिया घाट जाने वाली सड़क की स्थित कामोवेश यही बनी हुई है. छीट श्रीरामपुर, ईगलिशचिचरौन, मोतीचक हटिया घाट जाने के कोई पथ नही है यहां खेत की पगडंडी से लोगो को जाने की मजबूरी होगी.

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