भागलपुर में ऑन ड्यूटी दारोगा को अपराधियों ने मारी गोली
भागलपुर : काली प्रतिमा विसर्जन जुलूस में मंगलवार की देर शाम ड्यूटी पर तैनात तिलकामांझी थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर ईश्वर दयाल सिंह को अपराधियों ने गोली मार दी. गोली एसआइ के दाहिने कंधे में लगी. घायल अवस्था में एसआइ को इलाज के लिए मायागंज स्थित अस्पताल लाया गया. एक्सरे के बाद डॉक्टर का कहना […]
भागलपुर : काली प्रतिमा विसर्जन जुलूस में मंगलवार की देर शाम ड्यूटी पर तैनात तिलकामांझी थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर ईश्वर दयाल सिंह को अपराधियों ने गोली मार दी. गोली एसआइ के दाहिने कंधे में लगी. घायल अवस्था में एसआइ को इलाज के लिए मायागंज स्थित अस्पताल लाया गया. एक्सरे के बाद डॉक्टर का कहना है कि गोली शरीर के अंदर नहीं है. डॉक्टर ने इस बात की आशंका जाहिर की कि गोली हड्डी से टकराने के बाद वापस बाहर निकल गयी होगी. एसआइ की स्थिति खतरे से बाहर बतायी जा रही है. ईश्वर दयाल सिंह को अपराधियों ने जब गोली मारी उस समय वहीं पास में तिलकामांझी थाना की गाड़ी भी थी.
मुंदीचक में विसर्जन…
उस गाड़ी से थानाध्यक्ष स्वयंप्रभा, एएसआइ राजा राम राय के अलावा चार जवान भी वहां पहुंचे थे. उन सभी की मौजूदगी में ही अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया.
तिलकामांझी थाने में तैनात दारोगा ईश्वर दयाल सिंह के कंधे में लगी गोली
जहां एसआइ को गोली मारी गयी वहीं गश्ती गाड़ी में तिलकामांझी थानाध्यक्ष, एक एसआइ और चार जवान मौजूद थे
इलाज के लिए मायागंज लाया गया, एक्सरे देख डॉक्टर ने कहा गोली अंदर नहीं फंसी है
जेएलएनएमसीएच में इलाजरत घायल एएसआइ का हालचाल लेते पुलिस अफसर.
एसआइ के शरीर में बुलेट के फंसे होने की बात सामने नहीं आ रही. एक्सरे देखने के बाद डॉक्टर का कहना है कि शरीर में बुलेट नहीं फंसा है. गोली अगर चलती तो आवाज भी सुनाई देती. जख्म भी उतना गहरा नहीं है. किसी चीज से इंज्युरी हुई है, यह अभी कह पाना मुश्किल है.आवाज सुनी पर पता नहीं चला कि वे किधर भागे घायल दारोगा ने बताया कि वे ड्यूटी पर थे. पास में सब्जी लगानेवालों को हटाने की बात कह रहे थे. तभी गोली की आवाज आयी और उनके कंधे से खून बहने लगा. उन्हें समझ में ही नहीं आया कि हुआ क्या. उनके साथ वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी ने उनके कंधे को देखा तो वहां से तेजी से खून बह रहा था. उनके दाहिने हाथ ने काम करना बंद कर दिया था.
साथी ने वरदी खोलने में उनकी मदद की. तब तक वरदी खून से लथपथ हो चुकी थी. थाना की गाड़ी से ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया. चारों ओर कोई भागते हुए नजर नहीं आया. इस बात की आशंका व्यक्त की जा रही है कि अपराधियों ने किसी घर या अंधेरे में छिप कर घटना को अंजाम दिया है.