आकलन . भागलपुर में हुई क्षति का दो दिनों तक आकलन करने के बाद लौटी केंद्रीय टीम
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बाढ़ राहत के लिए राज्य को मिलेगी राशि
आकलन . भागलपुर में हुई क्षति का दो दिनों तक आकलन करने के बाद लौटी केंद्रीय टीम भागलपुर : भागलपुर में इस वर्ष आयी बाढ़ से हुई क्षति का दो दिनों तक आकलन करने के बाद केंद्रीय टीम के तीनों सदस्य शनिवार को लौट गये. लौटने के दौरान भागलपुर हवाई अड्डे पर टीम के सदस्यों […]
भागलपुर : भागलपुर में इस वर्ष आयी बाढ़ से हुई क्षति का दो दिनों तक आकलन करने के बाद केंद्रीय टीम के तीनों सदस्य शनिवार को लौट गये. लौटने के दौरान भागलपुर हवाई अड्डे पर टीम के सदस्यों ने पत्रकारों को संबोधित किया. उनका कहना था कि भागलपुर में बाढ़ से काफी क्षति हुई है. इसे रिकवर भी किया गया है, लेकिन अभी इसे पटरी पर पूरी तरह लाना जरूरी है. इसके लिए क्षति की राशि समेकित करने के बाद केंद्र को रिपोर्ट सौंपी जायेगी. केंद्र द्वारा राज्य को राशि उपलब्ध करायी जायेगी.
टीम के सभी सदस्यों ने बाढ़ के दौरान जिला प्रशासन द्वारा किये गये काम और पहुंचायी गयी राहत की जम कर सराहना की. तीनों अधिकारियों का कहना था कि बाढ़ पीड़ित क्षेत्र में ऐसे एक भी व्यक्ति नहीं मिले, जिन्होंने राहत या मुआवजा न मिलने की शिकायत की हो. केंद्रीय टीम का नेतृत्व कर रहे कृषि व किसान कल्याण के संयुक्त निदेशक डॉ मान सिंह ने कहा कि नवगछिया व सबौर का उन लोगों ने दौरा किया. सबसे अधिक नवगछिया में नुकसान हुआ है.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने बाढ़ के दौरान मुस्तैदी से काम किया है. जिलाधिकारी व उनकी टीम इस मामले में सराहना के पात्र हैं. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने बाढ़ को लेकर जो मेमोरेंडम सौंपा था, उसी के आधार पर निरीक्षण किया गया है. अब इसकी रिपोर्ट केंद्र को सौंपी जायेगी. उन्होंने बताया कि पटना पहुंचने के बाद वहां के अधिकारियों के साथ बैठक होगी.
आशंका से कम कटाव. टीम के सदस्य व सड़क परिवहन के कार्यपालक अभियंता घनश्याम कुमार ने कहा कि वर्तमान स्थिति को देख कर ऐसा लगा कि सड़कें कम क्षतिग्रस्त हुई हैं. ऐसा हो सकता है कि सड़कों की मरम्मत कर ली गयी होगी. उन्होंने कहा कि बाढ़ की जैसी भयावहता थी, उसे देख कर उनलोगों को आशंका थी कि कटाव अधिक हुआ होगा, लेकिन स्थल निरीक्षण के बाद दिखा की आशंका से कम कटाव हुआ है.
वित्त के सहायक निदेशक बीके मिश्रा ने कहा कि कितने रुपये का नुकसान हुआ है, यह अभी बता पाना संभव नहीं है. अभी वह इतना ही कह सकते हैं कि जिला प्रशासन ने बेहतर काम किया है.
केंद्रीय टीम से फरका के लोगों ने की शिकायत. हवाई अड्डा पर केंद्रीय टीम से मिल कर सबौर प्रखंड के फरका पंचायत के ग्रामीणों ने शिकायत की. राम वरण यादव ने टीम को बताया कि पशु की और कृषि के क्षेत्र में क्षति का मुआवजा किसानों को आज तक नहीं मिला है. भागवत नारायण चौबे ने कहा कि सबसे अधिक किसानों की बरबादी हुई है. हजार एकड़ जमीन गंगा के कटाव में चला गया. जो जमींदार थे, आज सड़क पर हैं. टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ मान सिंह ने भरोसा दिलाया कि किसानों को जरूर राहत मिलेगी. वह इस पर भी रिपोर्ट करने जा रहे हैं.
आश्वासन के बाद ममलखा में हटा जाम : सबौर. प्रखंड क्षेत्र में बैंकों में लगी लंबी कतार, केंद्रीय टीम का आगमन और सबौर से ही टीम के वापस होने की सूचना पर आक्रोशित ममलखा के ग्रामीणों ने एनएच 80 जाम कर दिया. ममलखा के ग्रामीण अपनी समस्या से रूबरू कराने के लिए सुबह से ही केंद्रीय टीम का इंतजार कर रहे थे.
टीम के नहीं पहुंचने की सूचना पर आक्रोशित ग्रामीणों ने तकरीबन दो घंटा दोपहर में एनएच जाम कर दिया, जिससे दोनों ओर गाडि़यों की लंबी कतार लग गयी. थानाध्यक्ष नीरज तिवारी व बीडीओ रघुनंदन आनंद ने ममलखा जाकर ग्रामीणों की समस्या सुनी और समाधान का आश्वासन दिया. ग्रामीण बाढ़ राहत राशि नहीं मिलने की शिकायत कर रहे थे.
बोले थानाध्यक्ष. थानाध्यक्ष के आश्वासन से ग्रामीण जाम हटाने पर तुरंत राजी हो गये. थानाध्यक्ष ने कहा कि आपकी समस्या का समाधान केंद्रीय टीम नहीं, स्थानीय प्रशासन करेगा. इसके बाद ग्रामीण शांत हो गये और जाम हटा लिया.
सबौर में बाढ़ से हुई क्षति का जायजा लेती केंद्रीय टीम.
केंद्रीय टीम को सड़क मार्ग व जल मार्ग से बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में ले जाया गया. उन्हें क्षेत्रों की वास्तविक स्थिति से रूबरू कराया गया. बाढ़ के दौरान सेटेलाइट से ली गयी तसवीरें भी दिखायी गयी है. पीड़ितों को पहुंचाई गयी राहत की भी जानकारी दी गयी. टीम के सदस्यों ने संतोष व्यक्त किया है.
आदेश तितरमारे, जिलाधिकारी, भागलपुर
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