महामहिम के आने में कुछ ही दिन शेष शुरू नहीं हो सका एनएच का मरम्मत कार्य

भागलपुर : राष्ट्रपति के दौरे को लेकर कहलगांव में आठ किमी लंबी एनएच सड़क की मरम्मत होनी है. लेकिन अभी तक मरम्मत का काम शुरू नहीं हो सका है. महामहिम के आगमन को लेकर गिनती के दिन बचे हैं. मरम्मत कार्य अब अगर शुरू भी हुआ, तो महामहिम के आने से पहले अब सड़क चलने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2016 2:43 AM

भागलपुर : राष्ट्रपति के दौरे को लेकर कहलगांव में आठ किमी लंबी एनएच सड़क की मरम्मत होनी है. लेकिन अभी तक मरम्मत का काम शुरू नहीं हो सका है. महामहिम के आगमन को लेकर गिनती के दिन बचे हैं. मरम्मत कार्य अब अगर शुरू भी हुआ, तो महामहिम के आने से पहले अब सड़क चलने लायक भी तैयार नहीं हो सकेगी. विभाग ने मरम्मत के लिए अधिकतम 15 दिन का समय निर्धारित किया है. फिलहाल एनएच मरम्मत की योजना टेंडर के पेच में फंसी है.

तकनीकी और वित्तीय बिड निर्धारित तिथि के दो दिन बाद सोमवार को भी नहीं खोला जा सका है. तकनीकी बिड और वित्तीय बिड का टेंडर खुलने का समय 12 नवंबर निर्धारित था. एनएच अधिकारी के अनुसार तकनीकी व वित्तीय बिड का टेंडर मंगलवार को खुलेगा. पहले तकनीकी बिड का टेंडर खुलेगा और उसी दिन वित्तीय बिड खोल कर टेंडर फाइनल किया जायेगा.

वित्तीय बिड में क्वालिफाइ कांट्रैक्टर के नाम वर्क ऑर्डर जारी होगा और मरम्मत का काम शुरू कराया जायेगा. हालांकि समय के अभाव में सड़क मरम्मत कितना गुणवत्तापूर्ण यह तो समय ही बतायेगा. मरम्मत पर लगभग 2.17 करोड़ रुपये खर्च होने हैं.

टेंडर के पेच में अटका था कार्य, महामहिम के आने से पहले पूरा होना संभव नहीं
आठ किमी लंबे
एनएच की पांच हिस्से में होगी मरम्मत
विभाग ने आठ किमी लंबी एनएच को मरम्मत के लिए इसे पांच हिस्से में बांटा है, ताकि सभी हिस्से में एक साथ मरम्मत कार्य पूरा हो सके. मगर, इसका अलग-अलग टेंडर नहीं निकाला है. सामूहिक रूप से टेंडर करने से किसी एक ही कांट्रैक्टर को पांचों हिस्से में काम कराने की जिम्मेदारी मिलेगी. इस वजह से सभी पांचों हिस्से की सड़क एक साथ बन कर तैयार होना मुश्किल सा लग रहा है. हरेक हिस्से की सड़क के दुरुस्तीकरण पर औसतन 43.42 लाख रुपये लागत आयेगी.
महापुरुषों ने भरी भागलपुर में ऊर्जा
भागलपुर में कुछ ऐसे पुराने संस्थान हैं, जिनकी आधारशिला महापुरुषों ने आकर रखी. स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल भागलपुर के रणबांकुरे का उत्साह बढ़ाया. इस नगरी में आकर साहित्य व संस्कृति के क्षेत्र में ऊर्जा भरी. वैसे तो भागलपुर में दर्जनों महापुरुषों का पदार्पण हुआ है. उनमें कुछ महापुरुषों के आगमन के बारे में इस श्रृंखला में उल्लेख किया जायेगा.

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