राष्ट्रपति का आगमन अंग का गौरव
समृद्ध अतीत. कई महापुुरुष पहले भी आ चुके हैं भागलपुर, इस परंपरा में जुड़ेगी नयी कड़ी भागलपुर में नामचीन हस्तियों का आगमन पुराने जमाने से होता रहा है. देश के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी 26 नवंबर को यहां आयेंगे. राष्ट्रपति के आगमन से भागलपुर के विकास कार्य को पंख लग जायेंगे, सभी को यह उम्मीद […]
समृद्ध अतीत. कई महापुुरुष पहले भी आ चुके हैं भागलपुर, इस परंपरा में जुड़ेगी नयी कड़ी
भागलपुर में नामचीन हस्तियों का आगमन पुराने जमाने से होता रहा है. देश के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी 26 नवंबर को यहां आयेंगे. राष्ट्रपति के आगमन से भागलपुर के विकास कार्य को पंख लग जायेंगे, सभी को यह उम्मीद है.
भागलपुर : भागलपुर ऐतिहासिक व सांस्कृतिक नगरी के रूप में विख्यात रहा है. आजादी की लड़ाई से लेकर अब तक यहां के लोगों को कई महान व्यक्तित्व के महापुरुषों का स्वागत और सम्मान करने का अवसर मिला है. दो दिवसीय कार्यक्रम को लेकर भागलपुर में 26 नवंबर को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का आगमन होगा. वे कहलगांव अनुमंडल में अंतीचक स्थित ऐतिहासिक विक्रमशिला के भग्नावशेष का दर्शन करेंगे. इस यात्रा को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि अपने देश के किसी राष्ट्रपति का पहली बार यहां आगमन हो रहा है. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर पूरा भागलपुर स्वागत के लिए तैयार है.
सम्मान का भी जवाब नहीं : कहते हैं जब बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन भागलपुर आये थे, तो स्थानीय नगर निकाय द्वारा उन तमाम सड़कों को धोया गया था, जिन सड़कों से डॉ राधाकृष्णन गुजरे थे. जवाहरलाल नेहरू जब भागलपुर आये थे, तो उन्हें भागलपुर का कतरनी चूड़ा भेंट किया गया था. महामना मदन मोहन मालवीय के आगमन पर बीएचयू के निर्माण में भागलपुर ने दोनों हाथों से दान दिया था.
इस श्रृंखला में हम अतीत में झांकते हुए प्रस्तुत कर रहे हैं भागलपुर आनेवाली महान हस्तियों के बारे में