सहकारी बैंकों में पुराने नोट का बदलना और जमा होना बंद

भागलपुर : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सहकारी बैंकों में पुराने 500 व 1000 के नोट को जमा और बदलने की प्रक्रिया को बंद कर दिया है. आरबीआई के नये निर्देश का असर प्रमंडल की 16 बैंक शाखाओं पर होगा. इन बैंकों में मुख्य रूप से किसानों के खाते अधिक हैं. करीब एक लाख से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2016 2:46 AM

भागलपुर : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सहकारी बैंकों में पुराने 500 व 1000 के नोट को जमा और बदलने की प्रक्रिया को बंद कर दिया है. आरबीआई के नये निर्देश का असर प्रमंडल की 16 बैंक शाखाओं पर होगा. इन बैंकों में मुख्य रूप से किसानों के खाते अधिक हैं. करीब एक लाख से अधिक खाता धारकों के सामने अब असमंजस की स्थिति पैदा हो गयी है.

धान की खरीद व विभिन्न राष्ट्रीय स्कीम के लोन भुगतान आदि में भी किसानों को दिक्कत आयेगी. आरबीआई के चीफ जनरल मैनेजर पी विजया कुमार के पत्र के मुताबिक, सहकारी बैंक के खाता धारक नये नियम के तहत प्रत्येक सप्ताह 24 हजार रुपये की निकासी कर सकते हैं. यह निकासी की सुविधा 24 नवंबर तक होगी. मगर सहकारी बैंक खाता धारक से पुराने 500 व 1000 का नोट जमा नहीं लेंगे. साथ ही इन पुराने नोट के बदले नये नोट बदलने का भी काम नहीं होगा.

यह है जिले की स्थिति : भागलपुर में आठ व बांका में आठ सहकारी बैंक हैं. इन बैंकों में नौ नवंबर से अब तक 15 करोड़ से ऊपर की राशि खाता धारक ने जमा कर दी है. नौ नवंबर को पहले दिन सहकारी बैंक में दो करोड़ 95 लाख रुपये की राशि जमा हुई थी. पुराने नोट के बदलने व जमा करने का सिलसिला बैंकों में लगातार चल रहा है. सहकारी बैंकों में आरबीआई के चेस्ट से राशि दी जा रही थी. बैंक के अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रीयकृत बैंक की तर्ज पर सहकारी बैंक में बचत खाता, जन धन खाता, केसीसी खाता, करंट खाता आदि हैं.
आरबीआई ने भेजा पत्र, एक लाख से अधिक खाता धारकों को आयेगी दिक्कत
जिले में भागलपुर व बांका के सभी सहकारी बैंक में निर्देश लागू
प्रमंडल के 16 बैंकों में आज से नये नोट ही होंगे जमा
धान की खरीद व विभिन्न राष्ट्रीय स्कीम के लोन भुगतान में होगी दिक्कत

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