जनवरी से मुफ्त मिलेगा निमोनिया का टीका
बिहार के अलावा हिमाचल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश में भी इस कार्यक्रम को लागू किया जाएगा भागलपुर : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बिहार समेत छह राज्यों में निमोनिया के टीके को सार्वजनिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत लगाने की मंजूरी दे दी है. इसे बच्चों को मुफ्त में लगाया जाएगा. शुरुआत जनवरी 2017 […]
बिहार के अलावा हिमाचल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश में भी इस कार्यक्रम को लागू किया जाएगा
भागलपुर : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बिहार समेत छह राज्यों में निमोनिया के टीके को सार्वजनिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत लगाने की मंजूरी दे दी है. इसे बच्चों को मुफ्त में लगाया जाएगा. शुरुआत जनवरी 2017 से की जायेगी. बिहार के अलावा हिमाचल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश में भी इस कार्यक्रम को लागू किया जाएगा. गौरतलब है कि निमोनिया से पांच साल से कम उम्र के करीब तीन लाख बच्चों की मौत हर साल हो जाती है.
अभी बाजार में माैजूद है 1400 रुपये में निमोनिया का टीका
अभी प्राइवेट अस्पताल और बाजार में निमोनिया का टीका अर्थात पीसीवी (निमोनिया कंजुगेट वैक्सीन) करीब 1400 रुपये में उपलब्ध है. सरकारी अस्पतालाें में मासूमों को पीसीवी निशुल्क लगाये जाने के कारण आर्थिक रूप से कमजोर लोगों काे बड़ी राहत मिलेगी.
गया में तय होगी टीकाकरण कार्यक्रम की रूपरेखा
सूबे के गया में इस कार्यक्रम को लागू करने को लेकर बुधवार (16 नवंबर) को एक मीटिंग बुलायी गयी है. इस मीटिंग में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े आला स्वास्थ्य अधिकारी व सूबे के सभी 38 जिलों के जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी शामिल होंगे. इस बैठक में आगे की रणनीति तय की जायेगी.
बिहार में हर साल मर रहे 23 हजार बच्चे
इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स भागलपुर के साइंटिफिक चेयरमैन डॉ अजय कुमार सिंह के मुताबिक, बिहार में हर साल निमोनिया से 23 हजार बच्चों की मौत रही है. जागरूकता और समय पर इलाज नहीं होने के कारण मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. उन्होंने बताया कि निमोनिया फेफड़े का संक्रमण है, जन्म से पांच साल के बच्चे तेजी से इसके चपेट में आ जाते हैं. डॉ सिंह ने कहा कि स्वच्छ पानी, हाथों की सफाई, खाना धोकर बनाना और बच्चों में निमोनियारोधी इंजेक्शन देने जैसे उपायों से इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है.