भागलपुर: पांच दिन से डेंगू वार्ड में भरती कर जेएलएनएमसीएच के डॉक्टर युवती का डेंगू का इलाज करते रहे. युवती की जब हालत गंभीर हुई तो उसका किडनी खराब बता कर उसका डायलिसिस किया. तब तक बहुत देर हो चुकी थी. अंततोगत्वा शुक्रवार की दोपहर में बीमार युवती की माैत हो गयी. इलाज में लापरवाही व नर्सों-डॉक्टरों के दुर्व्यवहार से खफा परिजनों ने मेडिसिन विभाग में हंगामा किया. परिजनों द्वारा शिकायत करने के बाद अधीक्षक ने यूनिट इंचार्ज समेत पूरी यूनिट को शो-काॅज जारी कर दिया.
गुरुवार से शुक्रवार तक नहीं आया चिकित्सक : गुुरुवार की पूर्वाह्न में पूनम को मेडिसिन विभाग के डॉ पी युगुल की यूनिट के बेड नंबर 101 पर भरती कराया गया. दोपहर करीब 12 बजे उसका डायलिसिस हुआ. पूनम के रिश्तेदार नवीन शर्मा का आरोप है कि गुरुवार की दोपहर से लेकर शुक्रवार तक एक भी चिकित्सक नहीं आया. नर्स के पास जाने पर डांट मिलती थी. अंतत: शुक्रवार की दोपहर 12:05 बजे पूनम की माैत हो गयी.
नर्स-डॉक्टर पर दुर्व्यवहार का आरोप : पूनम की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गये. मृतका के पिता ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया तो नर्स-डॉक्टरों ने दुर्व्यवहार किया. इससे परिजन आक्रोशित हो गये और 15 से 20 मिनट तक जमकर हंगामा किया.
की जायेगी कड़ी कार्रवाई : मृतका पूनम के पिता ने इसकी लिखित शिकायत हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल से की. डाॅ मंडल ने प्रथम दृष्ट्या इलाज में लापरवाही मानते हुए डॉ पी युगुल समेत उनकी पूरी यूनिट(सभी डॉक्टर व नर्स) को शोकॉज जारी करते हुए उनसे जवाब मांगा है. डॉ मंडल ने कहा कि इसमें जिसकी लापरवाही साबित होगी, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.